पीएम के इस्तीफे पर अड़ी भाजपा, सदन में हंगामा
कोल ब्लॉक आवंटन पर कैग की 1.86 लाख करोड़ की चपत की रिपोर्ट पर संसद में सियासी घमासान जारी है। बुधवार को भी संसद के दोनों सदनों में विपक्षी सदस्यों ने भारी हंगामा किया। हंगामा थमता न देख राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। इस मसले पर भाजपा, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के इस्तीफे पर अड़ी है।
इससे पहले सदन में विपक्षी सदस्यों ने भारी हंगामा किया जिसके कारण राज्यसभा की कार्यवाही 11.30 बजे और लोकसभा की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी थी। लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू करने की घोषणा की एनडीए सदस्य उनके आसन के सामने आकर शोर-शराबा करने लगे। भाजपा, जनता दल यूनाइटेड, शिव सेना, अकाली दल, अन्नाद्रमुक और अन्य पार्टियों के सांसद 'प्रधानमंत्री इस्तीफा दो' के नारे लगाने लगे।
लेफ्ट के सदस्य भी इस मांग के समर्थन में अपनी सीटों से खडे़ हो गए। स्पीकर ने उत्तेजित सदस्यों से अपनी सीटों पर जाने और सदन की कार्यवाही चलने देने का आग्रह किया। लेकिन इसका कोई असर नहीं होने पर उन्होंने भारी हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।
इधर प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग पर एनडीए की दो अहम पार्टियों भाजपा और जनता दल (यूनाइटेड) में मतभेद पैदा हो गया है। जेडीयू कैग रिपोर्ट पर सदन के अंदर चर्चा चाहता है जबकि भाजपा इस मामले में प्रधानमंत्री के इस्तीफे से कम पर राजी होने को तैयार नहीं है। जेडीयू के प्रवक्ता शिवानंद तिवारी ने कहा कि सरकार को इस पूरे मामले पर सफाई देनी चाहिए। देश की सरकार पूरी तरह से विफल साबित हुई है और हम इस पर सदन में चर्चा चाहते हैं।
इससे पहले सदन में विपक्षी सदस्यों ने भारी हंगामा किया जिसके कारण राज्यसभा की कार्यवाही 11.30 बजे और लोकसभा की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी थी। लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू करने की घोषणा की एनडीए सदस्य उनके आसन के सामने आकर शोर-शराबा करने लगे। भाजपा, जनता दल यूनाइटेड, शिव सेना, अकाली दल, अन्नाद्रमुक और अन्य पार्टियों के सांसद 'प्रधानमंत्री इस्तीफा दो' के नारे लगाने लगे।
लेफ्ट के सदस्य भी इस मांग के समर्थन में अपनी सीटों से खडे़ हो गए। स्पीकर ने उत्तेजित सदस्यों से अपनी सीटों पर जाने और सदन की कार्यवाही चलने देने का आग्रह किया। लेकिन इसका कोई असर नहीं होने पर उन्होंने भारी हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।
इधर प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग पर एनडीए की दो अहम पार्टियों भाजपा और जनता दल (यूनाइटेड) में मतभेद पैदा हो गया है। जेडीयू कैग रिपोर्ट पर सदन के अंदर चर्चा चाहता है जबकि भाजपा इस मामले में प्रधानमंत्री के इस्तीफे से कम पर राजी होने को तैयार नहीं है। जेडीयू के प्रवक्ता शिवानंद तिवारी ने कहा कि सरकार को इस पूरे मामले पर सफाई देनी चाहिए। देश की सरकार पूरी तरह से विफल साबित हुई है और हम इस पर सदन में चर्चा चाहते हैं।
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