मंत्री जी को महिलाओं ने चप्पलों से पीटा
मुंबई। बलात्कार की शिकार महिलाओं पर महाराष्ट्र के वॉटर सप्लाई मिनिस्टर का बयान नागपुर की महिलाओं के गले नहीं उतरा। महिलाओं ने सम्मेलन में भाषण देकर नीचे उतरते ही मंत्री लक्ष्मण ढोबले की जम कर धुनाई कर दी।मंत्री महोदय नागपुर में आयोजित चौथे राज्यस्तरीय 'अन्ना भाऊ साठे साहित्य सम्मेलन' में प्रवचननुमा भाषण दे रहे थे। शुरुआत में उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में पिछड़े वर्गों के लिए रखी गई 4,430 करोड़ के बजट की राशि दलित कार्यकर्ता अपनी-अपनी जातियों को दिलाने में जुटे रहते हैं।
इसके बाद उन्होंने बलात्कार की शिकार महिलाओं पर टिप्पणी करते हुए कहा कि मोर्चे निकालने से कुछ हासिल नहीं होता। उन्होंने कहा, 'किसी दलित महिला पर बलात्कार हो, तो उस पर मोर्चे निकालकर आंदोलन करके न्याय नहीं मिलेगा। वह महिला अपने बच्चों को सिखाकर वकील-जज बनाए। इसके बाद ही उसे न्याय मिलेगा।' उनके इस बयान से लोग नाराज हो गए। महिलाओं ने उनके साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी। फिर देखते ही देखते मंत्री जी पर चप्पलें बरसने लगीं।
माननीय मंत्री जी श्री लक्ष्मण ढोबले ने घटना के बाद कहा कि उन्हें नागपुर के घटनाक्रम पर कुछ नहीं कहना है। पत्रकारों को उन्होंने घटना को लेकर अपना पक्ष रखने से इनकार कर दिया है।
इसके बाद उन्होंने बलात्कार की शिकार महिलाओं पर टिप्पणी करते हुए कहा कि मोर्चे निकालने से कुछ हासिल नहीं होता। उन्होंने कहा, 'किसी दलित महिला पर बलात्कार हो, तो उस पर मोर्चे निकालकर आंदोलन करके न्याय नहीं मिलेगा। वह महिला अपने बच्चों को सिखाकर वकील-जज बनाए। इसके बाद ही उसे न्याय मिलेगा।' उनके इस बयान से लोग नाराज हो गए। महिलाओं ने उनके साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी। फिर देखते ही देखते मंत्री जी पर चप्पलें बरसने लगीं।
माननीय मंत्री जी श्री लक्ष्मण ढोबले ने घटना के बाद कहा कि उन्हें नागपुर के घटनाक्रम पर कुछ नहीं कहना है। पत्रकारों को उन्होंने घटना को लेकर अपना पक्ष रखने से इनकार कर दिया है।
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