मंत्री जी को महिलाओं ने चप्पलों से पीटा

इसके बाद उन्होंने बलात्कार की शिकार महिलाओं पर टिप्पणी करते हुए कहा कि मोर्चे निकालने से कुछ हासिल नहीं होता। उन्होंने कहा, 'किसी दलित महिला पर बलात्कार हो, तो उस पर मोर्चे निकालकर आंदोलन करके न्याय नहीं मिलेगा। वह महिला अपने बच्चों को सिखाकर वकील-जज बनाए। इसके बाद ही उसे न्याय मिलेगा।' उनके इस बयान से लोग नाराज हो गए। महिलाओं ने उनके साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी। फिर देखते ही देखते मंत्री जी पर चप्पलें बरसने लगीं।
माननीय मंत्री जी श्री लक्ष्मण ढोबले ने घटना के बाद कहा कि उन्हें नागपुर के घटनाक्रम पर कुछ नहीं कहना है। पत्रकारों को उन्होंने घटना को लेकर अपना पक्ष रखने से इनकार कर दिया है।
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