सीमा पर तनाव, बीएसएफ ने खाली कराए गांव
जम्मू। पाकिस्तान की ओर से संघर्ष-विराम के बार-बार उल्लंघन के चलते हालात बिगड़ रहे हैं। शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन पाकिस्तानी रेंजरों ने आरएसपुरा सेक्टर की अब्दुल्लियां पोस्ट पर साढ़े चार घंटे तक भारी गोलीबारी की और मोर्टार शेल दागे। पाकिस्तान ने सुरक्षा चौकियों के साथ इस बार गांवों को भी निशाना बनाया। बीएसएफ के गांव खाली की सलाह पर सीमांत क्षेत्रों से लोगों का पलायन शुरू हो गया। करीब डेढ़ सौ लोग गांव खाली कर सुरक्षित स्थानों की ओर चले गए हैं।
सूत्रों के अनुसार, बीएसएफ ने सीमा से सटे अब्दुल्लियां के लोगों को सलाह दी है कि रात को गोलाबारी तेज हो सकती है, लिहाजा वे अपने रिश्तेदारों के घर चले जाएं।
सीमा पार से स्वतंत्रता दिवस पर शुरू हुई गोलीबारी का सिलसिला शुक्रवार को भी जारी रहा। बृहस्पतिवार रात एक बजे तक गोलीबारी करने के बाद पाक रेंजरों ने सुबह करीब साढ़े सात बजे फिर अब्दुलियां पोस्ट पर गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। कई मोर्टार शेल खेतों में गिरे और गोलियां सीमांत गांव चंदू चक्क और लाइयां में सुरजीत सिंह, देस राज व रोशन लाल के घर में लगीं। खेतों में फंसे कई किसानों ने बड़ी मुश्किल से जान बचाई। गोलीबारी से बेगा, बेरा, सुचेतगढ़, गुलाबगढ़ गांव खासे प्रभावित हुए हैं। गोलीबारी का सीमा सुरक्षाबल ने भी मुंहतोड़ जबाब दिया।
अधिकारियों ने क्षेत्र का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया और किसानों को गोलीबारी के दौरान खेतों में न जाने की सलाह दी है। अब्दुल्लियां के निवासी रवि चौधरी ने बताया कि गांवों के आधे से ज्यादा घरों से बच्चे, महिलाएं व बुजुर्ग सुरक्षित जगहों पर चले गए हैं।
पिछले ग्यारह दिनों में पाकिस्तान की ओर से संघर्ष विराम के उल्लंघन का यह नौंवा मामला है। 15 अगस्त को हीरानगर सेक्टर और पुंछ में गोलीबारी करने के बाद पाकिस्तान ने 16 अगस्त को भी अब्दुल्लियां पोस्ट पर फायरिंग की थी, जिसमें बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया था। बीएसएफ जम्मू फ्रंटियर के आइजी राजीव कृष्णा ने कहा कि पाकिस्तान की साजिशों का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। पाकिस्तान सीमा पर शांति को भंग कर रहा है।
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