
कानपुर: रतन लाल नगर की गिनती भले ही पाश ईलाकों में की जाती हो लेकिन यहॉ की सडकों की हालत गावों से भी गई गुजरी है।कोढ में खाज है बारिश का पानी जो लोगों की परेशानियों को दो गुना कर देता है।और उस पर यहॉ के नेता, बरसाती मेंढको की तरह जब चुनाव होते हैं तभी शक्ल दिखाते हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि ऐसै हालात पिछले 20 वर्षो से हैं कई बार प्रार्थना पत्र देने के बावजूद यहॉ कोई सुनवाई नही होती है। नये चुने गये विधायक एवं पार्षद महोदय कहां लापता हैं यह तो तफतीश का विषय है। जागो जनता जागो


(Nitin Verma)
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