गुजरात से बिजनस के गुर सीखेगा चीन
अहमदाबाद।।
जिस 'मेड इन चाइना' ने दुनिया भर के बाजारों में धूम मचाई हुई है, वह अब
गुजरात से 'बिजनस' के गुर सीख रहा है। दरअसल, औद्योगिक निवेश के लिए
इन्वेस्टर्स की पसंद बन चुके गुजरात से कुछ खास गुर सीखने के लिए चीन ने
भारत सरकार से बात की है और चीन को मदद करने के लिए मिनिस्ट्री की ओर से इस
बाबत स्टडी भी करवाई जा रही है।
सूरत के कपड़ा उद्योग, राजकोट के ऑटो कंपोनेंट उद्योग, मोरबी के सेरामिक उद्योग से चीन प्रभावित है और वह जानना चाहता है कि इन क्लस्टर्स में आखिर काम किस तरह से होता है। ये गुर सीख कर चीन अपने शहरों में भी इन प्रैक्ट्सिस को लागू करवाना चाहता है।
इस बात क्लस्टर्स ट्वाइनिंग स्टडी कॉमर्स ऐंड इंडस्ट्री मंत्रालय की ओर से करवाई जा रही है जिसका उद्देश्य सूरज, मोरबी और राजकोट की इंडस्ट्रीज़ का अध्ययन और विश्लेषण करना है। चाइना काउंसिल फॉर प्रमोशन ऑफ इंटरनैशनल ट्रेड ने भारत सरकार से आग्रह किया था कि वह भारत की विभिन्न इंडस्ट्रीज के काम काज के तरीकों और नीतियों से प्रभावित है और सीखना चाहती है। इसके बाद ही यह स्टडी करवाई जा रही है।
सूरत के कपड़ा उद्योग, राजकोट के ऑटो कंपोनेंट उद्योग, मोरबी के सेरामिक उद्योग से चीन प्रभावित है और वह जानना चाहता है कि इन क्लस्टर्स में आखिर काम किस तरह से होता है। ये गुर सीख कर चीन अपने शहरों में भी इन प्रैक्ट्सिस को लागू करवाना चाहता है।
इस बात क्लस्टर्स ट्वाइनिंग स्टडी कॉमर्स ऐंड इंडस्ट्री मंत्रालय की ओर से करवाई जा रही है जिसका उद्देश्य सूरज, मोरबी और राजकोट की इंडस्ट्रीज़ का अध्ययन और विश्लेषण करना है। चाइना काउंसिल फॉर प्रमोशन ऑफ इंटरनैशनल ट्रेड ने भारत सरकार से आग्रह किया था कि वह भारत की विभिन्न इंडस्ट्रीज के काम काज के तरीकों और नीतियों से प्रभावित है और सीखना चाहती है। इसके बाद ही यह स्टडी करवाई जा रही है।
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