फिर चल पड़ी जेके जूट मिल
कानपुर। विश्वकर्मा जयंती के दिन फिर शुरू हुई जेके जूट मिल की मशीनें धड़धड़ाकर चलीं। यूनियन को दरकिनार कर 590 श्रमिक पहले दिन काम पर लौटे। सुबह सबसे पहले आयोजित पूजा में श्रमिकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इसके बाद उत्पादन कार्य शुरू हुआ। प्रबंधन का दावा है कि श्रमिकों के रुझान को देखते हुए सप्ताह भर दूसरी पाली भी शुरू कर दी जाएगी। सोमवार को यूनियनों के विरोध को धता बताते हुए जेके जूट मिल में 590 श्रमिक और 40 अधिकारी काम पर आए। गेट पर खड़े विभिन्न यूनियन के लोगों ने उन्हें भीतर जाने से रोकने की कोशिश की जिस पर श्रमिक भिड़ गए। इनके विरोध को देख यूनियन के लोग किनारे हो गए। मिल में विश्वकर्मा पूजा के बाद प्रसाद वितरित किया गया। हवाघर, बिनता, तीरासल और सिलाई सहित सभी विभागों में बड़ी तादाद में मशीनें चलीं। पहले दिन करीब आठ से दस टन माल का उत्पादन हुआ। जेके जूट मिल के कार्यकारी अधिकारी दामोदर भट्टर ने बताया कि पहले दिन उम्मीद से ज्यादा लोग काम पर लौटे हैं। उनके इस रुझान को देखते हुए उम्मीद है कि सप्ताह अंत तक दूसरी पाली आरंभ कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि विश्वकर्मा पूजा पर श्रमिकों ने संकल्प लिया कि वे जल्द से जल्द 40-45 हैंड्स प्रति टन उत्पादन लक्ष्य को प्राप्त करेंगे। उधर गेट पर श्रमिकों की ओर से लगाई गई नोटिस पर यूनियन पदाधिकारियों को कोसा गया है। श्रमिकों ने कहा कि यूनियन की हड़ताल के चक्कर में उनकी 15 हजार रुपये से ज्यादा दिहाड़ी मारी गई।
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