बत्ती नीली, काम काले
कानपुर। बड़े चौराहा पर रविवार रात अवैध रूप से नीली बत्ती लगाकर लग्जरी
कार में नशेबाजी करते छह लड़के दबोचे गए। इनमें एक रईसजादा और पांच उसके
दोस्त हैं। इनसे पुलिस ने शराब की बोतलें भी बरामद की हैं।
कोतवाली
पुलिस ने बताया कि सूचना मिली थी कि बड़ा चौराहा पर टाटा विक्टा कार में छह
लड़के नशेबाजी और छेड़छाड़ कर रहे हैं। इस पर उन्हें पकड़े गए। नीली बत्ती
के बारे में पूछने पर उन्नाव के रोहित कुमार ने बताया कि कार उनके पिता
मूलचंद के नाम है। वह उन्नाव आरटीओ में यात्री कर अधिकारी रह चुके हैं। एसओ
ने बताया कि इन्हें नीली बत्ती लगाने का अधिकार नहीं हैं।
वैसे भी वे
रिटायर भी हो चुके हैं। रोहित का कहना है कि पुलिस की टोकाटाकी से बचने के
लिए वह नीली बत्ती लगवाए हुए हैं। हूटर बजाने से रास्ता, चौराहों पर पास
आसानी से मिल जाता है। इसके अलावा पुलिस भी कहीं नहीं रोकती। रोहित के
अलावा अनवरगंज के शैलेंद्र कुमार पांडेय, लाटूश रोड निवासी वीरेंद्र कुमार
वर्मा, पुराना कानपुर के विशाल कुमार, पूरब नगर कोतवाली उन्नाव के विजय
मिश्रा और जैतीपुर सोरामऊ उन्नाव के नौशाद को पकड़ा गया है। बकौल एसओ पकड़े
गए लड़के विभिन्न फर्मों में सेल्समैन या कर्मचारी हैं।
कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें