22 दिसंबर से बनेगें स्मार्ट कार्ड लाइसेंस
कानपुर। वाहन चालकों के लिए स्मार्ट कार्ड लाइसेंस की सुविधा हरहाल
में 22 दिसंबर से चालू हो जाएगी। इसमें लगने वाले कागजात चेक करने की
जिम्मेदारी बाबुओं की होगी। जांच में गलत पता या फिर आयु का शैक्षिक
प्रमाणपत्र गलत साबित हुआ तो बाबुओं को जिम्मेदार मान उनके खिलाफ कार्रवाई
की जाएगी। आरटीओ वीके सोनकिया ने बताया कि स्मार्ट कार्ड लाइसेंस एक तरह से
बैंक के एटीएम कार्ड की तरह होगा। इसे जैसे ही चेकिंग मशीन में लगाया
जाएगा, वैसे ही सारा विवरण आ जाएगा।
जब यह व्यवस्था पूरे प्रदेश में लागू
हो जाएगी तो लाइसेंस का नवीनीकरण किसी भी जिले में होने लगेगा। अभी तक उसी
जिले में नवीनीकरण की सुविधा है जिस जिले से लाइसेंस जारी हुआ है। स्मार्ट
कार्ड लाइसेंस व्यवस्था शुरू होते ही फर्जी पते-गलत प्रमाणपत्र से लाइसेंस
बनवाने वाले दलालों के गोरखधंधे पर पूरी तरह से विराम लगेगा। साथ ही घर
बैठे लाइसेंस जारी कराने की व्यवस्था भी खत्म हो जाएगी। क्योंकि बिना आवेदक
के आए लाइसेंस बन ही नहीं सकेगा। अभी तक लाइसेंस बनाने में दो तरह की
सुविधाएं है। एक तो कंप्यूटराइज्ड या फिर कागज पर। जब स्मार्ट कार्ड
लाइसेंस प्रणाली लागू होगी तो मैनुअल (कागज) प्रणाली पूरी तरह से खत्म हो
जाएगी। आरटीओ ने बताया कि स्मार्ट कार्ड लाइसेंस बनाने वाली संस्था निक्की
की टीम ने दफ्तर आकर सारा काम कर लिया है। तय तिथि से लाइसेंस बनने लगेंगे।
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