बंता और ‘फैट फ्री’ का चक्कर
बंता अमेरिका गया था। एक दिन वह वहां के एक किराने दुकान में गया। जरूरत की सारी चीजें चुनकर वह काउंटर पर आया।
वहां खड़े कर्मचारी ने बिल बनाकर उसकी तरफ बढ़ा दिया। मगर बंता उनसे ‘फैट’मांगने लगा,“मेरा‘फैट’कहां है?”
कर्मचारी उसकी बात समझ नहीं रहे थे। अंत में बंता चीखने-चिल्लाने लगा।
उसकी चिल्लाहट सुनकर दुकान में खड़े सभी लोग वहां जुट गए। दुकान का मैनेजर भी बंता के पास आ गया। मैनेजर को देखते ही बंता ने चीखते हुए कहा,“ओए मैनेजर, मैंने यह दही खरीदा है। इसके ऊपर लिखा है ‘फैट फ्री’, अब बताओ तुम्हारे लोग मुझे फैट नहीं दे रहे हैं।”
वहां खड़े कर्मचारी ने बिल बनाकर उसकी तरफ बढ़ा दिया। मगर बंता उनसे ‘फैट’मांगने लगा,“मेरा‘फैट’कहां है?”
कर्मचारी उसकी बात समझ नहीं रहे थे। अंत में बंता चीखने-चिल्लाने लगा।
उसकी चिल्लाहट सुनकर दुकान में खड़े सभी लोग वहां जुट गए। दुकान का मैनेजर भी बंता के पास आ गया। मैनेजर को देखते ही बंता ने चीखते हुए कहा,“ओए मैनेजर, मैंने यह दही खरीदा है। इसके ऊपर लिखा है ‘फैट फ्री’, अब बताओ तुम्हारे लोग मुझे फैट नहीं दे रहे हैं।”
कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें