बद्रीनाथ के कपाट बंद होने के विशेष इंतजाम
देहरादू। बद्रीनाथ मंदिर के कपाट बंद होने के मौके पर
आगामी 18 नवंबर को वहां मौजूद श्रद्धालु पुष्प वर्षा, धार्मिक गीतों और
वैदिक मंत्रोच्चार का आनंद उठाएंगे. बद्रीनाथ, केदारनाथ मंदिर समिति के
सूत्रों ने बताया कि इस बारका समापन समारोह ऐतिहासिक होगा. इसके लिये मंदिर
परिसर में हेलीकाप्टर द्वारा पुष्प वर्षा करायी जाएगी. श्री वेद वेदांत
संस्कृत कालेज के छात्र मंदिर के मुख्यद्वार पर दोनों ओर खड़े होकर अपनी
मधुर ध्वनि में वैदिक ऋचाओं का पाठ करेंगे.
सूत्रों ने बताया कि समारोह में
परंपरागत वाद्य यंत्रों ढोल. नगाड़ों, धमाऊ और हुड़का की ध्वनियों के बीच
जागर का आयोजन किया जाएगा. समापन समारोह तड़के चार बजे से गर्भ गृह में
पूजन के साथ शुरू होगा. इसके बाद साढ़े छह बजे महाभिषेक और आठ बजे श्रृंगार
किया जाएगा. दोपहर बाद एक बजे देवी लक्ष्मी की पूजा होगी, जिसके बाद मंदिर
के द्वार श्रद्धालुओं के लिये खोल दिये जाएंगे. सूत्रों के मुताबिक
अपराह्न दो बजे रूड. उद्धव और कुबेर की प्रतिमाओं को गर्भ गृह से बाहर
निकाला जाएगा. मंदिर के कपाट बंद करने का कार्यक्रम दो बजकर 45 मिनट पर
शुरू होगा और उन्हें तीन बजकर 25 मिनट पर पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा.
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