दिल्ली गैंगरेप: पीडिता की हालत में लगातार गिरावट
नई दिल्ली. गैंगरेप की शिकार लड़की की हालत में सुधार नहीं हो रहा है। अस्पताल
के डॉक्टरों ने
सोमवार को कहा कि कल के मुकाबले लड़की की स्थिति ठीक नहीं है। हालांकि वह होश में है, बात भी कर रही है लेकिन खतरे से बाहर नहीं है।
वह अब भी वेंटिलेटर
पर है। ज्यादा खून बहने की वजह से उसकी हालत
बिगड़ी है। हालांकि किडनी का काम करना राहत की बात है। सफदरजंग अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. बीडी अथानी ने बताया कि उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही है। उसे वापस वेंटीलेटर पर रखा गया है। शनिवार को ३६ घंटे बाद वेंटीलेटर से हटाया गया था। उसकी हालत में भी कुछ सुधार आया था। डॉक्टरों के अनुसार लड़की की स्थिति पर बराबर नजर रखी जा रही है। इंफेक्शन को फैलने से रोकने के लिए एंटीबायोटिक की अधिक खुराक और साफ-सफाई पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है। रविवार देर शाम प्रेस वार्ता के दौरान डॉ. एमसी मिश्रा ने कहा कि शनिवार रात उसने पेट दर्द की शिकायत की, जिसके बाद रविवार सुबह अल्ट्रासाउंड और सीटी स्कैन किया गया। इसके बाद पेट में जमा फ्लूड निकाला गया और शरीर में अतिरिक्त पाइप डाली गई ताकि संक्रमण की आशंका कम की जा सके। डॉ. मिश्रा ने कहा कि पेट में जमा हो रहे फ्लूड को निकालने के लिए दो बजे सर्जरी शुरू की गई और एक घंटे तक चली इस सर्जरी के दौरान स्लाइन की मदद से पेट साफ किया गया ताकि वहां जमा फ्लूड संक्रमण की वजह न बने। हालांकि इस वजह से उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही है, जिसकी वजह से उसे फिर से वेंटिलेटर पर डाल दिया गया है। हालांकि सर्जरी के बाद युवती होश में है और बात करने में सक्षम है।
बिगड़ी है। हालांकि किडनी का काम करना राहत की बात है। सफदरजंग अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. बीडी अथानी ने बताया कि उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही है। उसे वापस वेंटीलेटर पर रखा गया है। शनिवार को ३६ घंटे बाद वेंटीलेटर से हटाया गया था। उसकी हालत में भी कुछ सुधार आया था। डॉक्टरों के अनुसार लड़की की स्थिति पर बराबर नजर रखी जा रही है। इंफेक्शन को फैलने से रोकने के लिए एंटीबायोटिक की अधिक खुराक और साफ-सफाई पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है। रविवार देर शाम प्रेस वार्ता के दौरान डॉ. एमसी मिश्रा ने कहा कि शनिवार रात उसने पेट दर्द की शिकायत की, जिसके बाद रविवार सुबह अल्ट्रासाउंड और सीटी स्कैन किया गया। इसके बाद पेट में जमा फ्लूड निकाला गया और शरीर में अतिरिक्त पाइप डाली गई ताकि संक्रमण की आशंका कम की जा सके। डॉ. मिश्रा ने कहा कि पेट में जमा हो रहे फ्लूड को निकालने के लिए दो बजे सर्जरी शुरू की गई और एक घंटे तक चली इस सर्जरी के दौरान स्लाइन की मदद से पेट साफ किया गया ताकि वहां जमा फ्लूड संक्रमण की वजह न बने। हालांकि इस वजह से उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही है, जिसकी वजह से उसे फिर से वेंटिलेटर पर डाल दिया गया है। हालांकि सर्जरी के बाद युवती होश में है और बात करने में सक्षम है।
कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें