आयकर संघ ने कहा माफी मांगे गडकरी
नई दिल्ली। आईआरएस संघ ने रविवार को जारी अपने प्रस्ताव में कहा कि संगठन कुछ
कंपनियों द्वारा संदिग्ध कर चोरी के मामले में जांच कर रहे आयकर विभाग के
अधिकारियों को नितिन गडकरी द्वारा दी गयी कथित धमकी के संबंध में राष्ट्रीय
अखबारों में आई खबर से बहुत हैरान और स्तब्ध है। संघ ने कहा है कि
राष्ट्रीय स्तर के नेता की इस तरह की भाषा निंदनीय है।
संघ ने गडकरी से
माफी मांगने को कहा है।
आईआरएस (आयकर) 4,000 सदस्यों वाली प्रभावशाली संस्था है। गडकरी ने भाजपा
अध्यक्ष का पद छोड़ने के एक दिन बाद 24 जनवरी को नागपुर में कहा था कि भाजपा
अगर केंद्र की सत्ता में आ गयी तो जांच करने वाले अधिकारियों को कोई नहीं
बचा पाएगा। संगठन का
कहना है कि गडकरी की टिप्पणियों का मकसद उनके पूर्ति समूह में निवेश के
मामले में निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच में बाधा डालना था। आईआरएस संघ ने मामले में काम कर रहे अपने अधिकारियों के लिए सुरक्षा मुहैया कराने की भी मांग की।
पूर्ति समूह में कथित अनियमितताओं के मामले में मुंबई, पुणे और नागपुर में
आयकर विभाग के अधिकारी तफ्तीश कर रहे हैं। अधिकारियों ने अपनी जांच के तहत
गडकरी को निजी तौर पर एक फरवरी को पेश होने के लिए भी कहा है। संघ के
प्रस्ताव में कहा गया है, संघ मांग करता है कि महाराष्ट्र में कानून
व्यवस्था को संभालने वाले अधिकारी उनके (गडकरी के) बयान पर स्वत: संज्ञान
लें क्योंकि यह स्पष्ट तौर पर सरकारी सेवक को उसका काम करने से रोकने के
इरादे से किया गया था।