ठगों से रहे सावधान वरना आपको भी लग सकता है ऐसा चूना

कॉमर्स कॉलेज के छात्र रमेश चंद मीणा को रुकवाया। बदमाशों ने उसे बातचीत
में फंसाकर कहा कि उन्हें रुपयों की जरूरत है, वे अपना मोबाइल फोन बेचना
चाहते हैं। रमेश पर विश्वास जमाने के लिए बदमाशों ने मोबाइल फोन का बिल
दिखाया, जिसमें फोन की कीमत 22, 500 रु. लिखी थी। ब्रांडेड कंपनी का मोबाइल सस्ते दाम में देखकर रमेशचंद ने
बदमाशों को तीन सौ रुपए व खुद का मोबाइल फोन दे दिया। इसके बाद बदमाश उसे
कवर में बंद मोबाइल हैंडसेट देकर चले गए। बाद में रमेशचंद ने कवर की चैन खोलकर
देखा तो उसमें रिन साबुन की टिकिया रखी थी। इसकी शिकायत गांधी नगर थाने
में दी। गुरुवार को जांच अधिकारी एएसआई भरत सिंह ने गांधी नगर क्षेत्र में
घूमते उन्हें गिरफ्तार कर लिया। थानाप्रभारी ने बताया कि दोनों बदमाश करीब 15 दिन पहले स्कूटर पर
गाजियाबाद से यहां पहुंचे थे। वे रामगंज में एक होटल में ठहरे थे। कुछ अरसे
पहले वे जयपुर में फेरी लगाकर कपड़े बेचने का काम कर चुके हैं। उन्होंने
यूपी में मोबाइल कवर में साबुन रखकर उसे बेचने का तरीका सीखा। फिर इसे
आजमाने यहां आ गए। वे राहगीरों को असली फोन व बिल दिखाकर रुपयों की जरूरत होने व पर्स
गुम होने का बहाना करते हैं, फिर पीड़ित से रुपए व सामान लेकर उसे नकली
हैंडसेट सौंपकर स्कूटर से भाग जाते हैं, जिसमें साबुन की टिकिया होती है।
कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें