बैंकिंग कारोबार को 2200 करोड़ का झटका
कानपुर। 26 राष्ट्रीयकृत के अलावा तमाम निजी बैंकों की
दो दिन की बंदी से लगभग 2200 करोड़ का बैंकिंग कारोबार प्रभावित हुआ। दो दिन की हड़ताल ने अकेले कानपुर पर विभिन्न प्रकार से करीब
तीस अरब रुपए का प्रभाव डाला है।
इसमें सर्वाधिक प्रभावित बैंकिंग और बीमा
कारोबार हुआ। वहीं केंद्र और राज्य के राजस्व महकमों को भी लगभग सौ करोड़
का झटका लगा है। दो दिन की संपूर्ण बंदी से रक्षा प्रतिष्ठानों में करोड़ों
का उत्पादन नहीं हो सका। यूपी
बैंक इम्प्लाईज यूनियन के मंत्री अशोक शुक्ला के मुताबिक क्लियरिंग सेंटर
ठप होने से दो दिन में लगभग 75 हजार चेक क्लियर नहीं हो सके। इससे लगभग 900
करोड़ की रकम फंसी रही। वहीं 700 करोड़ का कैश लेनदेन भी नहीं हुआ, जबकि
इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से ट्रांसफर होने वाले 210 करोड़ और 30 करोड़ का फॉरेन
एक्सचेंज कारोबार प्रभावित हुआ। वहीं नॉर्थ सेंट्रल जोन इंश्योरेंस
इम्प्लाईज यूनियन के महामंत्री अशोक शुक्ला ने बताया कि दो दिन की हड़ताल
में जीवन बीमा निगम में 350 करोड़ और साधारण बीमा से जुड़ी चार
राष्ट्रीयकृत कंपनियों में 500 करोड़ का प्रीमियम नहीं जमा हुआ। उधर
वाणिज्य कर में टैक्स के रूप में जमा होने वाली राशि हड़ताल के चलते नहीं
जमा हुई। इसी तरह केडीए, नगर निगम, जल संस्थान आदि भी एक दिन के राजस्व से
वंचित रहे। कुछ ऐसा ही हाल आयकर विभाग का भी रहा। एक अनुमान के मुताबिक
तमाम विभागों को 100 करोड़ के राजस्व से वंचित होना पड़ा। उधर रक्षा एसएएफ,
ओएफसी, ओईएफ, पैराशूट और किला फैक्ट्री आदि रक्षा प्रतिष्ठानों के बंद
होने से लगभग बीस हजार कार्यघंटों और 50 करोड़ के रक्षा उत्पादन के नुकसान
का अनुमान है। ।