कब तक पूरा होगा नौकरी पाने का सपना ?
उत्तर प्रदेश। उत्तर प्रदेश में सहायक अध्यापकों की भर्ती एक बार फिर से रोक दी गई है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने प्रदेश में 72,825 सहायक अध्यापकों की भर्ती पर सोमवार को रोक लगा दी । उत्तर प्रदेश सरकार ने 2011 में यूपी टीईटी के जरिए 72,825 सहायक
अध्यापकों की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया था।
प्रदेश में बीएड
क्वालीफाईड लाखों बेरोजगार युवाओं के लिए प्राइमरी स्तर पर नौकरी पाने का
ये अंतिम अवसर था। प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार द्वारा पारित
'राईट टू एजूकेशन एक्ट' का हवाला देकर टीईटी परीक्षा के प्राप्तांकों को ही
चयन प्रक्रिया की मेरिट बनाने की बात कही थी। कोर्ट के आदेश पर पांच फरवरी को होने वाली काउंसलिंग 11 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दी गई। कोर्ट ने इस मामले में प्रदेश सरकार से 11 तक जवाब मांगा है। इस मामले
में उत्तर प्रदेश सरकार सहायक अध्यापक भर्ती प्रक्रिया के लिए तैयार
नियमावली में बदलाव करने के मूड में नहीं दिख रही है। सरकार ने हाईकोर्ट में स्थिति स्पष्ट करने की तैयारियां शुरू कर दी
हैं। मंगलवार को बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों की इस संबंध में बैठक
हुई। शिक्षा विभाग का मानना है कि शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के लिए उसने जो
नियमावली तैयार की है, इसमें कोई खामी नहीं है और वे हाईकोर्ट में अपनी
स्थिति स्पष्ट करेंगे।