चार हिरण कुत्तों ने मारे, बाकी दहशत से मरे
कानपुर। इंडियन वेटनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट (आईवीआरआई) बरेली के
विशेषज्ञों ने चिड़ियाघर में हिरणकांड की विशेष जांच पूरी कर ली है। इसमें
कहा गया है कि चार हिरणों की मौत कुत्तों के काटने से हुई है और बाकी की
शॉक से। जहर और रैबीज के लक्षण नहीं पाए गए हैं।
अब निदेशक और अन्य
कर्मचारियों के खिलाफ भी एफआईआर हो सकती है। 20 जनवरी को चिड़ियाघर में
तीन कुत्तों के हमले से 31 काले हिरणों की मौत हो गई थी। शासन के निर्देश
पर आईवीआरआई के डा. केपी सिंह और डा. आरके शर्मा ने चिड़ियाघर आकर जांच की
थी और हिरणों के शवों का दोबारा पोस्टमार्टम किया था। पोस्टमार्टम के बाद
डाक्टर हिरणों के कुछ अंग अपने साथ ले गए थे। डा. केपी सिंह ने बताया कि जांच से स्पष्ट है कि हिरणों
की मौत जहर से नहीं हुई है। इसके अलावा कुत्तों में रैबीज की जांच भी
निगेटिव आई है। चार हिरणों की मौत कुत्तों के काटने से ही हुई थी। उनकी
आंतें फटी हुई थीं। बाकी हिरण दहशत से मरे। डा. सिंह ने कहा कि रिपोर्ट
तैयार है, दो दिन के भीतर प्रमुख सचिव को रिपोर्ट सौंप दी जाएगी।