‘टाटा-एयर’ आम आदमी की होग़ी एयरलाइन
नई दिल्ली। भारत में विमान उड़ाने का खर्चा काफी ज्यादा है। एयर ट्रैफिक फ्यूल के
महंगे होने के चलते विश्व के अन्य देशों के मुकाबले भारत में विमान उडा़ना
करीब 50 फीसदी महंगा है। विमानन मंत्री अजित सिंह का कहना है कि टाटा और एयर एशिया के जेवी में
एफडीआई नियमों को लेकर कोई दिक्कत नहीं है।
इसमें छोटी मोटी प्रक्रिया
संबंधी दिक्कत हो सकती है लेकिन इस जेवी के पूरा होने में कोई समस्या नहीं
आनी चाहिए। आईएमसी कमेटी ऑन एविएशन और एयरपोर्ट्स के चैयरमैन
जितेंद्र भार्गव का कहना है कि एफआईपीबी का आज का कदम एविएशन इंडस्ट्री और
ग्राहकों के लिए काफी महत्वपूर्ण है। भारतीय एविएशन इंडस्ट्री को सस्ते
किराये वाली एयरलाइन कंपनी की बहुत जरूरत है। एयर एशिया के आने से
किरायों में कमी हुई तो ग्राहकों के लिए बहुत अच्छी खबर होगी। एविएशन
इंडस्ट्री में पिछले 1 साल से मोनोपली का माहौल बना हुआ था जिससे सफर करने
वाले यात्रियों की संख्या में कमी आई है। एयर एशिया-टाटा ग्रुप
ज्वाइंट वेंचर में प्रोमोटर अरुण भाटिया का कहना है कि रेगुलेटरों की
मंजूरी के बाद एयरलाइंस शुरू होने में 6 महीने लगेंगे। आम आदमी को कम से कम
दाम पर सर्विस देने की कोशिश की जाएगी। एयरलाइंस ज्वाइंट वेंचर में रतन
टाटा के चेयरमैन बनने की उम्मीद है।