विकिलीक्स केसः ब्रैडली मैनिंग जासूसी के दोषी
वाशिंगटन। विकीलीक्स को खुफिया दस्तावेज़ लीक करने का आरोप झेल रहे अमेरिकी
सैनिक ब्रैडली मैनिंग को 'शत्रु की मदद करने' के सबसे गंभीर आरोप से बरी कर
दिया गया है। लेकिन 25 वर्षीय मैनिंग को जासूसी समेत 20 अन्य आरोपों में दोषी पाया
गया है।
ब्रैडली मैनिंग ने विकीलीक्स को दस्तावेज़ लीक करने की बात
स्वीकार कर ली थी। लेकिन उनका ये भी कहना था कि उन्होंने ऐसा सिर्फ़ इसलिए किया था ताकि अमेरिका की विदेश नीति पर बहस हो सके। इसे
अमेरिकी सरकारी ख़ुफ़िया जानकारी लीक करने का सबसे बड़ा मामला माना जा रहा
था। मैनिंग को इस मामले में 100 साल से भी ज़्यादा की सज़ा हो सकती है। सज़ा के मामले में सुनवाई बुधवार से शुरू होगी। जासूसी के कई आरोपों
के अलावा उन्हें चोरी के पांच मामलों, कंप्यूटर धोखाधड़ी के एक मामले और
सैन्य अपराध के कई मामलों में भी दोषी पाया गया है।