ललित मोदी पर लगी आजीवन पाबंदी
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने बुधवार को एक कड़ा फैसला लेते
हुए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी की सदस्यता
खत्म कर दी। बोर्ड ने विशेष बैठक में मोदी पर आजीवन प्रतिबंध लगाने का
फैसला किया।
मोदी ने बुधवार को सर्वोच्च न्यायालय से उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई
के लिए होने वाली इस बैठक पर रोक लगाने की अपील की थी लेकिन न्यायालय ने
इसे खारिज कर दिया। सर्वोच्च न्यायालय ने मंगलवार को बीसीसीआई को मोदी से जुड़े मामलों पर चर्चा के लिए विशेष बैठक करने की अनुमति प्रदान की थी।
बीसीसीआई के मुताबिक मोदी के खिलाफ अनुशासनहीनता और अनियमितता के
आरोप साबित हुए हैं।
हरियाणा क्रिकेट संघ के सचिव अनिरुद्ध चौधरी ने मोदी को निलंबित करने का
प्रस्ताव रखा, जिसका समर्थन उड़ीसा क्रिकेट संघ के प्रमुख रंजीब बिस्वाल ने
भी समर्थन किया। बोर्ड के इस फैसले के बाद मोदी अब बोर्ड मे किसी प्रकार का
पद ग्रहण नहीं कर सकेंगे।
बीसीसीआई सचिव संजय पटेल ने अपने बयान में कहा, ''मोदी को गम्भीर किस्म की
अनुशासनहीनता और अनियमितता बरतने का दोषी पाया गया है। इस तरह बोर्ड ने
मेमोरेंड़ा एंड रूल्स एंड रेग्यूलेशंस की धारा 32 के तहत मोदी की सदस्यता
समाप्त कर दी है। वह एक क्रिकेट प्रशासक का सारा अधिकार खो चुके हैं। वह भविष्य में बोर्ड
से जुड़ा कोई भी पद ग्रहण नहीं कर सकेंगे। मोदी 2008 से 2010 तक आईपीएल के कमिश्नर रहे और इस दौरान उन पर गलत तरीके
से धन बनाने का आरोप लगा है। गिरफ्तारी से बचने के लिए उन्होंने लंदन में शरण ले रखी है।