पीसी पारेख: पीएम को बनाया जाना चाहिए आरोपी नंबर वन
हैदराबाद।
पूर्व कोयला सचिव प्रकाश चंद्र पारेख ने कहा है कि अगर सीबीआई को कोयला
ब्लॉक के आंवटन में साजिश की बू आ रही है तो उसे इस मामले में अंतिम फैसला
लेने वाले व्यक्ति यानी प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का नाम साजिशकर्ता के रूप
में लेना चाहिए। पारेख ने कहा कि अगर मैं दोषी हूं, तो पीएम भी दोषी हैं और अगर वे
निर्दोष हैं, तो मैं भी निर्दोष हूं।
इससे पहले उन्होंने कहा था कि
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को आरोपी नंबर वन बनाया जाना चाहिए। कल सीबीआई ने पारेख पर एफआईआर दर्ज की है। सीबीआई ने पारेख पर एफआईआर की, तो पारेख ने अपनी जुबान खोल दी।
एक अंग्रेज़ी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक पारेख ने कहा है कि अगर सीबीआई
को कोयला खदानों के आवंटन में साजिश की बू आ रही है, तो सबसे पहले
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को आरोपी नंबर वन बनाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अगर सीबीआई को लगता है कि तालाबीरा खदान हिंडाल्को को
आवंटित करने में कोई साजिश हुई है तो प्रधानमंत्री को आरोपी नंबर वन बनाना
चाहिए, क्योंकि उन्होंने ही आवंटन को मंजूरी दी थी।
प्रधानमंत्री होते हुए मनमोहन सिंह ने जुलाई 2004 कोयला मंत्रालय का चार्ज
संभाला था। ये बात हैरान करने वाली है कि सीबीआई ने मुझे आरोपी बनाया है,
जबकि मैंने कई मुश्किलों के बारे में मैं आवंटन में पारदर्शिता लेकर आया। पारेख मार्च 2004 में कोयला
सचिव नियुक्त किए गए थे और तत्कालीन यूपीए सरकार के कई मंत्रियों द्वारा
उन्हें हटाए जाने की नाकाम कोशिशों के बावजूद दिसंबर 2005 में रिटायर होने
तक इस पद पर बने रहे। गौरतलब है कि सीबीआई द्वारा कोयला घोटाला
मामले में मंगलवार को दायर चार्जशीट में 5वें सबसे अमीर उद्योगपति कुमार
मंगलम बिड़ला के साथ-साथ पारेख का भी नाम लिया गया है। सीबीआई ने इस मामले
में ताजा एफआईआर दर्ज की है। इसके साथ ही सीबीआई ने नाल्को, हिंडाल्को और
एक पूर्व कोयला सचिव समेत 14 एफआईआर दर्ज की है। हिंडाल्को बिड़ला की ही
कंपनी है।