पार्श्र्वगायक गायक मन्ना डे का निधन
बेंगलुरु। लंबे
समय से बीमार चल रहे मशहूर गायक मन्ना डे का आज तड़के निधन हो गया है।
उनका पार्थिव शरीर प्रशंसकों के दर्शन के लिए रवींद्र
कला केंद्र में रखा जायेगा और उसके बाद अंतिम संस्कार होगा। अस्पताल के एक
सीनियर डॉक्टर ने बताया कि 94 वर्षीय मन्ना डे को पांच महीने पहले सांस
लेने में दिक्कत की वजह से नारायण हृदयालय में भर्ती कराया गया था।
उन्होंने तड़के तीन बजकर करीब 50 मिनट पर अंतिम सांस ली। उनके परिवार के
सदस्यों ने बताया कि अंतिम समय में मन्ना डे के पास उनकी बेटी सुमिता देव
और दामाद ज्ञानरंजन देव मौजूद थे। 1 मई 1919 को कोलकाता के एक
रूढ़िवादी संयुक्त बंगाली परिवार में जन्मे मन्ना डे का असली नाम प्रबोध
चंद्र डे था। उन्होंने अपने करियर में हिन्दी समेत कई भाषाओं में साढ़े तीन
हजार से ज्यादा गाने गाए। दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित मन्ना डे
को भारत सरकार ने पद्मश्री और पद्म विभूषण पुरस्कार से भी नवाजा था। मन्ना
डे भारतीय संगीत की जानी-मानी आवाजों में से एक थे।