तेलंगाना: सीमांध्र के 4 केंद्रीय मंत्रियों का इस्तीफा,सीमांध्र में 3 दिन का बंद
नई दिल्ली। दागियों के अध्यादेश से किसी तरह पीछा छुड़ा पाई केंद्र सरकार तेलंगाना के
मसले में फंसती दिख रही है। लोकसभा चुनाव में राजनीतिक गणित दुरुस्त करने
के इरादे से केंद्र ने तेलंगाना के गठन को हरी झंडी क्या दी, कांग्रेस
सांसदों के इस्तीफा देने का सिलसिला शुरू हो गया।
सबसे पहले तो प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में करीब सवा घंटे चली
कैबिनेट की बैठक में ही तेलंगाना समर्थक और विरोधी मंत्रियों के बीच
घमासान हो गया। फिर अलग तेलंगाना को कैबिनेट की मंजूरी के बाद सीमांध्र से
आने वाले केंद्रीय पर्यटन मंत्री चिरंजीवी सहित चार कांग्रेसी सांसदों ने
इस्तीफा दे दिया। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी सहित कई
केंद्रीय मंत्रियों के इस्तीफे की भी आशंकाएं गरम हैं।वहीं, वाईएसआर कांग्रेस प्रमुख जगनमोहन रेड्डी ने फैसले के खिलाफ 72 घंटे
के बंद का आह्वान किया है। सीमांध्र के वकीलों की संयुक्त कार्रवाई समिति
के साथ ही संयुक्त आंध्र समर्थकों ने 48 घंटे का बंद बुलाया है।सूत्रों के अनुसार, कैबिनेट की बैठक में विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्री
जयपाल रेड्डी और ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने नए राज्य के गठन की न
सिर्फ जरूरत बताई, बल्कि पक्ष में तमाम तर्क भी रखे। वहीं, मानव संसाधन
विकास मंत्री पल्लम राजू और केएस राव के विरोध पर प्रधानमंत्री ने कहा कि
फैसला तो हो चुका है। जब राजू पीएम के बीच में बोले तो जयराम ने हस्तक्षेप
किया और दोनों के बीच बहस हो गई। सूत्रों के मुताबिक, तेलंगाना विरोधी
मंत्रियों ने कहा कि अब उनके सामने इस्तीफे के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा
है।