अहमदाबाद धमाकों में क्या पीड़ितों से मिले थे मोदी ?
पटना।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व सहयोगी बीजेपी को झूठों का
सौदागार करार दिया है। पटना में 27 अक्टूबर को बीजेपी की रैली में हुए
ब्लास्टों को लेकर लगातार हमले झेल रहे नीतीश ने पलटवार करते हुए कहा कि
मुझसे सवाल किया जा रहा है कि मैं धमाकों में मारे गए लोगों के परिवारों से
नहीं मिला, मैं पूछता हूं कि क्या उन्होंने (नरेंद्र मोदी) 2008 के
अहमदाबाद ब्लास्ट के पीड़ितों से मुलाकात की थी।
पटना के अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित जनता दरबार के बाद
पत्रकारों से बात करते हुए नीतीश ने यह टिप्पणी की। पटना में आयोजित भाजपा
की हुंकार रैली के दौरान आपराधिक तौर पर सुरक्षा की अनदेखी किए जाने के
कारण वहां धमाके होने संबन्धी मोदी के बयान पर पलटवार करते हुए नीतीश ने
कहा कि रैली के दौरान जो सिलसिलेवार धमाके हुए वह बहुत ही निदंनीय है पर
आतंकियों ने धमाके नहीं किए होते तो वह रैली फ्लॉप थी। उन्होंने कहा कि उस रैली के बारे में तो ऐसा दावा किया जा रहा था कि भीड़
के मामले में रैली विश्व रिकार्ड तोड देगी। उन्होंने रैली में काफी कम
लोगों के आने का दावा करते हुए कहा कि पटना निवासियों की भी इस रैली में कम
उपस्थिति थी। आधा गांधी मैदान तो पूरा खाली था और बाकी आधे का भी दो तिहाई
हिस्सा खाली था।
पटना में हुए सिलसिलेवार धमाके पर मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश
कुमार की आलोचना करते हुए उन्हें असंवेदनशील बताया था और कहा था कि उस समय
वह राजगीर में छप्पनभोग में तल्लीन थे। उनके इस आरोप पर नीतीश ने कहा कि
मोदी ने फिर गलत कहा।