CBI पिंजरे में बंद तोता नही, न ही कांग्रेस जांच ब्यूरो: चिदंबरम
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बाद केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने अब सीबीआई को नीति निर्माण और जांच के बीच की विभाजन रेखा का सम्मान करने की नसीहत दी है।
वित्त मंत्री ने मंगलवार को जांच एजेंसियों और कैग पर बरसते हुए कहा कि वे अपनी सीमाओं का अतिक्रमण नहीं करें।चिदंबरम ने कहा कि सीबीआई
पिंजरे में बंद तोता नहीं है और न ही यह कांग्रेस जांच ब्यूरो है। सीबीआई
विश्व की बेहतरीन जांच एजेंसियों में से एक है। इसके साथ ही उन्होंने जांच
एजेंसी को चेताया कि वह नीति निर्माण और नियंत्रण के बीच के विभाजन रेखा का
सम्मान करे। सोमवार को प्रधानमंत्री
मनमोहन सिंह ने सीबीआई को उसकी हद दिखाते हुए कहा था कि जांच एजेंसी को
बिना ठोस सुबूत के सरकार के नीतिगत फैसलों पर उंगली उठाने से बचना चाहिए।
इसके साथ ही उन्होंने जांच एजेंसी को सरकार के चंगुल से मुक्त किए जाने की
संभावना से भी इनकार कर दिया था। इसके जवाब में सीबीआई निदेशक रंजीत सिन्हा
ने नीतिगत फैसलों को पारदर्शी बनाने पर जोर दिया, ताकि उनमें गड़बड़ी की
गुंजाइश ही न रहे। नीतिगत मामलों में सीबीआई
को सावधानी से काम करने की मनमोहन की सलाह के एक दिन बाद आज एजेंसी के
कामकाज पर अपने विचार रखने की वित्त मंत्री की बारी थी। सीबीआई के स्वर्ण
जयंती समारोह में 'वित्तीय अपराधों से निपटने के लिए आपराधिक न्याय
व्यवस्था के निर्माण' विषय पर अपने विचार रखते हुए चिदंबरम ने कहा,
'दुर्भाग्यवश कई ऐसे मामले हैं जहां जांच एजेंसियां और कैग जैसे अन्य
प्राधिकारों ने अपनी सीमाओं का अतिक्रमण किया है और वैधानिक शासकीय फैसलों
को या तो अपराध या अधिकार के दुरुपयोग में बदलने की कोशिश की है।