लता मंगेशकर से भारत रत्न वापस ले लेना चाहिए: जनार्दन चांदुरकर
मुंबई। कांग्रेस नेता जनार्दन चांदुरकर ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया है कि उन
लोगों से देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान वापस ले लिया जाना चाहिए जो
‘सांप्रदायिक ताकतों’ की तारीफ करते हैं।
कांग्रेस को लता के मुंह से मोदी की तारीफ पहले ही अखर गई थी, नतीजन मुंबई
कांग्रेस अध्यक्ष जनार्दन चांदुरकर ने शर्मनाक बयान देते हुए लता से भारत
रत्न लौटाने को कह डाला। किसी को पसंद करना या ना करना व्यक्ति का अधिकार है। लेकिन राजनीतिक
पार्टियों और राजनेताओं की इन दिनों परेशानी ये है कि वो लोकतांत्रिक
प्रक्रिया में भरोसा रखने के बजाय विरोध करने वाले से किसी भी हद तक जाकर
निपटने में जुट जाते हैं।लता ने इसी महीने पुणे में एक प्रोग्राम के दौरान कहा था, 'नरेंद्र भाई
मेरे भाई की तरह हैं। जैसा कि आप सभी उन्हें प्रधानमंत्री के रूप में देखना
चाहते हैं। मैं भी प्रार्थना करती हूं कि वह देश का प्रधानमंत्री बनें।'
उस वक्त नरेंद्र मोदी भी लता के साथ ही थे। वह लता के पिता के नाम पर एक
हॉस्पिटल का उद्घाटन करने पुणे आए थे। 84 साल की महान गायिका लता को 2001
में भारत रत्न से नवाजा गया था।
चांदुरकर के इस बयान पर बीजेपी ने कड़ी आपत्ति जताई है। महाराष्ट्र बीजेपी
अध्यक्ष देवेंद्र फडणविस ने कांग्रेस से पूछा है कि क्या सोनिया और राहुल
भी इस मांग के समर्थन में हैं? उन्होंने कहा यदि चांदुरकर ने ऐसी मांग की
है तो कांग्रेस क्यों सचिन को प्रचार करने के लिए बोल रही थी। यह कांग्रेस
के दोहरे चरित्र को दिखाता है।