सुषमा ने लगाया आरोप तेजपाल को बचा रही हैं कांग्रेस
नई दिल्ली। विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने आज आरोप लगाया कि एक केन्द्रीय मंत्री
तहलका के संपादक तरुण तेजपाल का बचाव कर रहे हैं, जिस पर अपनी कनिष्ठ
सहकर्मी पर कथित रूप से यौन हमला करने का आरोप है।
लोकसभा की विपक्ष की नेता
सुषमा स्वराज ने किसी का नाम लिए बिना ट्वीट किया है, 'एक केंद्रीय मंत्री,
जो तहलका के संस्थापक सदस्य और संरक्षक हैं, तेजपाल को बचा रहे हैं।
हालांकि, उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया है लेकिन इशारा साफ है कि उनके
निशाने पर ताकतवर केंद्रीय टेलिकॉम मंत्री कपिल सिब्बल हैं। सिब्बल तेजपाल
के रिश्तेदार हैं और तहलका पत्रिका को छापने वाली कंपनी अनंत मीडिया में
उनकी हिस्सेदारी है। कंपनी मामलों के रिकॉर्ड में कांग्रेस नेता
सिब्बल को अनंत मीडिया में हिस्सेदार बताया गया है, लेकिन वह खुद इसे खारिज
करते हैं। सिब्बल ने 'संडे एक्सप्रेस' से बातचीत में कहा, '2003 में जब
तेजपाल तहलका पत्रिका शुरू करने वाले थे तो उन्होंने मुझसे मदद मांगी थी और
मैंने 5 लाख रुपये दान में दिया था। इसके बदले न तो मैंने कभी शेयर की
मांग की और न ही कभी अलॉटमेंट लेटर आया। हालांकि, कांग्रेस ने भाजपा के तर्क को खारिज करते हुए कहा कि इस मामले को
राजनीति से जोड़ने की कोई वजह नहीं है। पार्टी के प्रवक्ता पी सी चाको ने
तेजपाल के मामले को गुजरात में एक युवती की कथित गैर-कानूनी जासूसी के
विवाद से जोड़ा, जिसके बारे में दावा किया जा रहा है, वहां के मुख्यमंत्री
नरेन्द्र मोदी के कहने पर ऐसा किया गया। उधर, रेप के आरोपों से घिरे
तेजपाल का परिवार भी अब आरोपों के घेरे में आ गया है। पीड़ित पत्रकार की
मां ने तरुण तेजपाल की बेटी के खिलाफ दबाब डालने की शिकायत दर्ज कराई है।
पूर्वी दिल्ली के पांडव नगर थाने में दी गई अपनी शिकायत में पीड़ित की मां
ने आरोप लगाया है कि तेजपाल की बेटी मंगलवार को उनके घर आई थीं और मामले को
आगे न बढ़ाने के लिए कहा। इससे पहले पीड़ित महिला पत्रकार ने आरोप लगाया था
कि तेजपाल का एक रिश्तेदार उन पर और उनके परिवार पर दबाव डाल रहा है।