हाथापाई और हंगामे के बीच राज्यसभा में तेलंगाना बिल पेश
नई दिल्ली। सरकार ने विभिन्न दलों के सदस्यों के भारी विरोध और हंगामे के बीच गुरुवार
को आखिरकार विवादास्पद तेलंगाना विधेयक राज्यसभा में पेश कर दिया। सदन की कार्यवाही जब तीन बजे के बाद दोबारा शरू हुई तो उपसभापति पीजे
कुरियन ने गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे से तेलंगाना विधेयक पेश करने को
कहा।
इस पर विधेयक का समर्थन और विरोध कर रहे कांग्रेस और तेलुगू देशम के
सदस्य आसन के निकट जाकर शोर करने लगे। वहीं, अन्नाद्रमुक के नेता एम मैत्रेयन मार्शल से बुरी तरह उलझ गए और उनसे हाथापाई भी करने लगे। राज्यसभा में आज उस समय बहुत अराजक स्थिति पैदा हो गयी जब
अन्नाद्रमुक के नेता एम मैत्रेयन तमिल मछुआरों पर चर्चा के दौरान
प्रधानमंत्री को सदन में बुलाने की मांग करते हुए मार्शल से बुरी तरह उलझ
गए और उनसे हाथापाई भी करने लगे।राज्यसभा सचिवालय के अधिकारियों और मार्शल ने मैत्रेयन को खींचकर सभापति के
आसन के पास से हटाया, लेकिन इसके बाद भी मैत्रेयन नहीं माने और वे अड़े
रहे। तृणमूल कांग्रेस, जदयू और सपा तथा अन्य दलों के सदस्य अपनी जगहों पर खड़े
होकर कुछ कह रहे थे। तृणमूल के सदस्य आसन के निकट जाकर नारेबाजी करने लगे
अवैध विधेयक वापस लो। शिंदे के विधेयक पेश करने के दौरान सदस्य उनकी ओर
लपके इस पर कांग्रेस के सदस्यों ने गृह मंत्री के चारों ओर घेरा बना लिया।शिंदे ने हंगामे और हाथापाई की नौबत के बीच ही विधेयक पेश कर दिया। कुरियन
ने कहा कि विपक्ष के नेता विधेयक को स्वीकार करने या न करने के बारे में
अपना पक्ष रखें। उन्होंने कहा कि वह अन्य दलों के सदस्यों को भी बोलने का
मौका देंगे। सदस्यों के शांत नहीं होने के चलते उन्होंने सदन की कार्यवाही
तीन बजकर बीस मिनट के लिए स्थगित कर दी।