युद्धपोत आईएनएस विक्रमादित्य पर पहुंचे मोदी
पणजी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अरब सागर में गोवा तट पर देश के
सबसे बड़े युद्धपोत आईएनएस विक्रमादित्य पर पहुंचे। प्रधानमंत्री इस
युद्धपोत पर सी किंग हेलीकॉप्टर से पहुंचे।
युद्धपोत पर पहुंचने पर नौसेना ने प्रधानमंत्री को पारंपरिक गार्ड ऑफ
ऑनर पेश किया। उन्हें युद्धपोत के बारे में भी जानकारी दी गई, जिसे आज
औपचारिक रूप से राष्ट्र को समर्पित किया जायेगा। मोदी मिग 29 विमान पर भी
बैठे और गोवा तट पर तैर रहे इस पोत पर युद्धक विमान का अनुभव लिया। आईएनएस विक्रमादित्य के लिए यह सुखद संयोग है कि नौसेना में शामिल होने
के सात महीने के भीतर ही उस पर देश के प्रधानमंत्री का पदार्पण हो रहा है।
आईएनएस विक्रमादित्य 45 हजार टन का भारतीय नौसेना का सबसे बड़ा ही नहीं,
बल्कि सबसे नया पोत भी है। तत्कालीन रक्षा मंत्री एके एंटनी ने रूस के सेवमाश शिपयार्ड से इसे
भारतीय नौसेना में पिछले साल 16 नवंबर को शामिल किया था। जहाज करीब 20
मंजिला है, जिसमें कुल 22 डेक हैं। विक्रमादित्य पर 1600 से ज्यादा कर्मी
सवार हो सकते हैं। विमानवाहक पोत लड़ाकू विमानों के संचालन के लिए अनेक अत्याधुनिक
प्रणालियों से लैस है। इनमें मिग के लिए लूना लैंडिंग सिस्टम और सी-हैरियर
विमानों के लिए डीएपीएस लैंडिंग सिस्टम लगाया गया है। प्रधानमंत्री 44,500 टन के युद्धपोत पर कुछ घंटा ठहरेंगे और अग्रिम पंक्ति
के युद्धपोत एवं विमानों का अभ्यास देखेंगे। यह ने प्रधानमंत्री का किसी
रक्षा प्रतिष्ठान का पहला दौरा है। प्रधानमंत्री के साथ रक्षा राज्य मंत्री
राव इंद्रजीत सिंह और नौसेना के प्रमुख एडमिरल रॉबिन के धवन तथा नौसेना के
वरिष्ठ अधिकारी भी हैं।