लद्दाख के पंगोंग झील में चीनी सैनिकों ने फिर की घुसपैठ
नई दिल्ली। एक तरफ तो चीन अपनी राजधानी
पेइचिंग में भारत के उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी के स्वागत की तैयारी कर
रहा है, लेकिन दूसरी तरफ उसके सैनिक भारतीय इलाके में घुसपैठ कर रहे हैं।
इसी हफ्ते चीनी सैनिकों ने पूर्वी लद्दाख में पंगोंग झील के भारतीय इलाके में घुसकर उस पर अपना दावा जताया। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी घुसपैठ रोकने का दावा कर रहे हैं, पर चीन अपनी हरकतों से बाज आता नहीं दिख रहा है। एक अंग्रेजी अखबार ने
सूत्रों के हवाले से लिखा है कि चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी की बोट्स इस
खारे पानी की झील के भारतीय हिस्से में साढ़े 5 किलोमीटर अंदर तक घुस आई
थी। खबर के मुताबिक हाई-स्पीड
इंटरसेप्टर बोट्स पर आए चीनी सैनिक 2 घंटे तक रुके रहे। बाद में अमेरिका
में बने इंटरसेप्टर वेसल्स पर सवार भारतीय सैनिकों ने उन्हें वापस भेजा। यह
पहला मौका नहीं है, जब इस झील पर चीनी सैनिकों ने ऐसा किया है। अभी तक 12
बार चीनी और भारतीय सैनिक इस झील पर आमने-सामने आ चुके हैं। यह घटना 24 जून की है। इस झील का ज्यादातर हिस्सा तिब्बत में पड़ता है और चीन के नियंत्रण में है। यह झील समुद्रतल से करीब
4,350 मीटर की ऊंचाई पर है। इसकी लंबाई 134 किलोमीटर है और अधिकतम चौड़ाई 5
किलोमीटर है। विवादित पंगोंग झील पर कब्जे को लेकर चीन और भारत के बीच
लंबे समय से खींचतान चल रही है। 1962 की लड़ाई में भी इस झील को लेकर उठे
विवाद की बड़ी भूमिका थी।