इबोला वायरस के लिए सेफ्टी किट उपलब्ध नहीं
विश्व भर में आतंक पर्याय बने इबोला वायरस से लड़ने के लिए राजधानी में छह
बेड का वार्ड तो आरक्षित कर दिया लेकिन डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ के लिए
सेफ्टी किट उपलब्ध नहीं कराई है। इबोला वायरस से संक्रमित को भर्ती करने के लिए लोकबंधु राजनारायण अस्पताल
में छह बेड आरक्षित कर दिए गए हैं।
एयरपोर्ट पर स्टाफ तैनात कर दिया गया है लेकिन उनकी सुरक्षा के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। गौरतलब है कि सीएमओ डॉ. एस.एन.एस. यादव के निर्देश पर सोमवार से लोकबंधु राजनारायण अस्पताल में छह बेड इबोला से संक्रमित मरीजों के लिए आरक्षित किए गए थे।एयरपोर्ट से पास होने के कारण कानपुर रोड पर स्थित इस अस्पताल को चुना गया है। मंगलवार को स्वयं सीएमओ ने एयरपोर्ट और लोकबंधु अस्पताल में जाकर इबोला से निपटने की तैयारियों का जायजा लिया था।उनका कहना है कि देश और प्रदेश में अभी इस वायरस के कोई संकेत नहीं मिले हैं लेकिन एहतियातन व्यवस्था की जा रही है। यदि एयरपोर्ट पर इस बीमारी से संबंधित लक्षणों वाला कोई यात्री मिलता है। तो उसे तुरंत एयरपोर्ट से विशेष एंबुलेंस से लोकबंधु अस्पताल पहुंचाया जाएगा। वहां पूरी तरह से उसे आइसोलेशन वार्ड में रखा जाएगा।
एयरपोर्ट पर स्टाफ तैनात कर दिया गया है लेकिन उनकी सुरक्षा के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। गौरतलब है कि सीएमओ डॉ. एस.एन.एस. यादव के निर्देश पर सोमवार से लोकबंधु राजनारायण अस्पताल में छह बेड इबोला से संक्रमित मरीजों के लिए आरक्षित किए गए थे।एयरपोर्ट से पास होने के कारण कानपुर रोड पर स्थित इस अस्पताल को चुना गया है। मंगलवार को स्वयं सीएमओ ने एयरपोर्ट और लोकबंधु अस्पताल में जाकर इबोला से निपटने की तैयारियों का जायजा लिया था।उनका कहना है कि देश और प्रदेश में अभी इस वायरस के कोई संकेत नहीं मिले हैं लेकिन एहतियातन व्यवस्था की जा रही है। यदि एयरपोर्ट पर इस बीमारी से संबंधित लक्षणों वाला कोई यात्री मिलता है। तो उसे तुरंत एयरपोर्ट से विशेष एंबुलेंस से लोकबंधु अस्पताल पहुंचाया जाएगा। वहां पूरी तरह से उसे आइसोलेशन वार्ड में रखा जाएगा।