मेडिकल स्टूडेंट्स ने मोबाइल चोरी के शक में युवक का प्राइवेट पार्ट काटा
कोलकाता । कोलकाता के एनआरएस मेडिकल कॉलेज के
स्टूडेंट्स ने मोबाइल चोरी के शक में एक आदमी की बेरहमी से पिटाई कर उसके
प्राइवेट पार्ट काट लिए। पिटाई के कारण पीड़ित की मौत हो गई। मृतक की
पहचान अभी नहीं हो पाई है।
पुलिस के अनुसार नीलरतन सरकारी मेडिकल
कॉलेज से शनिवार की देर रात 30 साल का शक्स पिटाई के बाद बुरी हालत में
मिला। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस उसे अस्पताल लेकर गई, जहां
रविवार सुबह उसकी मौत हो गई। जांच में जुटे पुलिस अधिकारियों ने बताया कि
मृतक के शरीर पर चोट के निशान थे। उसके हाथ-पैरों को बांध कर डंबे, घूंसे
और मुक्कों से पिटाई गई। बेरहमी के साथ उसके प्राइवेट पार्ट्स को ब्लेड से
काटा गया। मृतक के चेहरे, सिर और शरीर पर कई चोटें थीं। पुलिस
अधिकारी ने बताया कि हॉस्टल में बाहरी लोगों का प्रवेश नहीं हो सकता है,
इसलिए शक की सुई जूनियर डॉक्टर्स और एमबीबीएस स्टूडेंट्स की ओर है। हॉस्टल
के टेरेस पर कुछ मजदूर काम कर रहे थे। उन्होंने युवक की पिटाई होते देखा
और कैंपस के बाहर मौजूद पुलिसकर्मियों को जानकारी दी।
घटना के वक्त मौजूद मजदूरों का कहना है कि हॉस्टल के लगभग एक दर्जन
छात्रों ने मोबाइल चोरी के आरोपी युवक के हांथ-पांव बांधकर कॉमन रूम में ले
गये। जहां उसकी बेरहमी से पिटाई की गई। स्टूडेंट्स को जब युवक की
मौत का शक हुआ तो उन्होंने उसे हॉस्टल की बालकनी में छोड़ दिया। हॉस्पिटल
के स्टाफ ने बताया कि पीड़ित के नाक से बहुत खून बह रहा था। उसके शरीर पर
जिस तरह के चोट के निशान थे, उससे लग रहा था कि उसे बुरी तरह से टार्चर
किया गया है। अगर इस घटना में जूनियर डॉक्टर या स्टूडेंट्स का हाथ है तो यह
बहुत चौंकाने वाली बात है। घटना के बाद सीनियर पुलिस अधिकारियों
के साथ डेप्युटी कमिश्नर ध्रुवज्योति डे ने घटना स्थल का मुआयना किया।
उन्होंने बताया, 'पुलिस की एक टीम हॉस्टल से युवक को हॉस्पिटल लेकर गई।
जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस की टीम मौत क्यों हुई और
इसमें कौन लोग शामिल थे इसकी जांच कर रही है।' अबतक हॉस्टल कैंटीन
के दो लोगों से पुलिस ने पूछताछ की है। प्रदेश महिला और बाल कल्याण मंत्री
शशि पांजा ने मामले की जांच कर 24 घंटे में रिपोर्ट देने के लिए कहा है।
जांच कमिटी में कॉलेज प्रिंसिपल समेत 7 लोग हैं। कमिटी जांच की रिपोर्ट
सोमवार को सौंप सकती है। वहीं हॉस्टल के छात्रों का कहना है कि
पिछले कुछ दिनों में मोबाइल चोरी की कई घटनाएं हुई थीं। इसकी शिकायत
प्रिंसिपल से भी की गई थी।