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उन्नाव में प्रदूषण का मुद्दा विधान परिषद में उठा



लखनऊ। नेता भाजपा विधायक दल विधान परिषद हृदयनारायण दीक्षित ने आज उन्नाव में पशुवधशालाओं और चमड़ा कारखानों के कारण बढ़ रहे प्रदूषण का मुद्दा विधान परिषद में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम उठाया।
उन्होंने कहा कि उन्नाव जिला केन्द्र में पशुवधशालाओं और चमड़ा कारखानों के कारण प्रदूषित जल और विषाक्त वायु मिश्रित प्रवाह और चर्म उद्योगों का पानी खुलेआम बहता है। उक्त उद्योगों के संचालक विधि स्थापित अधिनियम और सुनिर्धारित नियम शासनादेश नहीं मानते। जांच अधिकारी समयबद्ध निरीक्षण नहीं करते। सारे मानक अधिनियम और शासनादेश ताक पर हैं। उन्होंने कहा कि उन्नाव और उसके आसपास का जल गंभीर रूप से मानव जीवन के लिए खतरा है। अनेक जांचो में यहां के पानी में घातक रसायन पाए गये हैं। वायु की जांच में भी घातक गैसें प्राप्त हुई हैं। उद्योगों के पास रहने वाले लोग सामान्य श्‍वसन से वंचित है उनके पास से निकलने वाले यात्री बदबू के कारण नाक बंद कर लेते हैं। पशु वधशालाओं में दुधारू पशुओं की कटान होती है। जिले में पशु चोरी और तस्करी बढ़ी है। ट्रकों में लादकर कटान के लिए पशु लाए जाते हैं। ऐसे ट्रकों में लदे पशुओं गायों बछड़ों की जांच नहीं होती। इसे रोकने के लिए आगे आने वालों पर फर्जी मुकदमें होते रहे हैं। श्री दीक्षित ने सदन से इस प्रकरण में आवश्यक जांच एवं कार्रवाई की मांग की है। सभापति श्री गणेश शंकर पाण्डेय ने सरकार को इस प्रकरण पर तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिये हैं।