अल्पसंख्यकों में विश्वास पैदा करेगी मोदी सरकार
नई दिल्ली। धर्मान्तरण
और पुनर्धर्मान्तरण के मुद्दे पर उठे विवाद के बाद सरकार ने देश भर में
अल्पसंख्यकों में विश्वास पैदा करने के इरादे से इस समुदाय से संबंधित
केन्द्र की योजनाओं की जमीनी स्तर पर समीक्षा करने का मिशन शुरू किया है।
इस ‘मिशन इम्पावर्मेन्ट’ के तहत अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री मुख्तार
अब्बास नकवी तीन जनवरी को कोच्चि जाएंगे और अल्पसंख्यकों के लिए बनी
योजनाओं के क्रियान्वयन के बारे में जमीनी स्तर पर समीक्षा करेंगे। इस मिशन
के तहत सरकार ने देश भर में अल्पसंख्यकों का सामाजिक, शैक्षिक और आर्थिक
सशक्तिकरण सुनिश्चित करने का लक्ष्य रखा है। हिन्दुत्व समर्थक संगठनों
द्वारा उठाए गए ‘घर वापसी’ के मुद्दे को लेकर बने विवाद के माहौल के बीच
सरकार अल्पसंख्यकों में विश्वास पैदा करना चाहती है। नकवी ने हालांकि कहा
कि इस मिशन का कोई राजनीतिक एजेंडा नहीं है और इसका उद्देश्य अल्पसंख्यकों
को और सशक्त बनाना है। उन्होंने कहा, ‘‘इस मिशन का कोई राजनीतिक एजेंडा
नहीं है। हम ‘सबका साथ, सबका विकास’ में विश्वास रखते हैं और हम सुनिश्चित
करेंगे कि अल्पसंख्यकों की योजनाएं उन तक पंहुचे।’’ अल्पसंख्यक
राज्य मंत्री के संसद के बजट सत्र से पहले कई राज्यों का दौरा करने की
संभावना है। इस मिशन के जरिए वह यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगे कि
अल्पसंख्यकों की योजनाओं के क्रियान्वयन में आने वाली कठिनाइयों को दूर
किया जाए। सरकार के सूत्रों ने बताया कि ऐसे 100 जिलों की पहचान की गई है,
जहां अल्पसंख्यकों की योजनाओं के क्रियान्वयन की जमीनी स्तर पर समीक्षा की
जाएगी। इस बारे में केन्द्र कई राज्य सरकारों के साथ पहले ही चर्चा कर चुका
है।