मानसिक बीमार महिलाओं के साथ होता है जानवरों से बदतर सलूक
नई दिल्ली। एक ह्यूमन राइट्स ग्रुप ने बुधवार को
एक सनसनीखेज खुलासा करते हुए कहा कि भारत में मानसिक संस्थानों में
महिलाओं को जानवरों से बदतर हालत में रखा जाता है। उन्होंने कहा कि यहां
महिलाओं को शारीरिक और दूसरी यातनाओं से गुजरना पड़ता है।
रिपोर्ट के मुताबिक महिलाओं को एक ऐसी जगह रखा जाता है जहां पहले ही काफी ज्यादा लोग होते हैं। भारत में ऐसी जगहों पर बुनियादी सुविधाओं की कमी है।
रिपोर्ट
की लेखक कीर्ति शर्मा ने कहा कि एक बार महिलाओं को लॉक अप में बंद किए
जाने के बाद उनकी जिंदगी नर्क बन जाती है। उन्हें शारीरिक प्रताड़ना और डर
के साए में रहना पड़ता है। इतना ही
नहीं महिलाओं और लड़कियों को कई बार यौन शोषण का भी सामना करना पड़ता है।
इस रिपोर्ट में करीब 52 महिलाओं और लड़कियों से बात की गई, जो मानसिक
संस्थानों में जा चुकी हैं। रिपोर्ट की मानें तो
1,850 मरीजों के लिए सिर्फ 100 टॉइलट्स थे, जिनमें से सिर्फ 25 ही चलते
हैं।रिपोर्ट के मुताबिक महिलाओं को एक ऐसी जगह रखा जाता है जहां पहले ही काफी ज्यादा लोग होते हैं। भारत में ऐसी जगहों पर बुनियादी सुविधाओं की कमी है।