लालू ने मांझी को समझाया, नीतीश को न उकसायें
पटना। आरजेडी के मुखिया लालू प्रसाद यादव ने एक-दूसरे से नाराज चल रहे नीतीश कुमार और बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बीच मध्यस्थता की है। सूत्रों का कहना है कि लालू ने जीतन राम मांझी को समझाया कि नीतीश ने ही उन्हें मुख्यमंत्री बनाया है, लिहाजा वह उन्हें उकसाने वाले फैसले न करें।
लालू ने मांझी से यह बात गुरुवार देर शाम पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सरकारी घर पर हुई बैठक में कही। इस दौरान लालू, मांझी के अलावा नीतीश कुमार और शरद यादव भी मौजूद थे। हालांकि, बैठक के बाद लालू ने मीडिया से कहा कि बैठक में केवल जनता परिवार के प्रस्तावित विलय को लेकर बात हुई।
पटना के राजनीतिक गलियारे में अब यह चर्चा जोरों पर है कि मांझी नीतीश के कुछ पसंदीदा अधिकारियों के तबादले वापस ले सकते हैं। आईपीएस अधिकारी कुंदन कृष्णन और चंद्रिका प्रसाद को अहम पोस्टिंग दिए जाने से इस चर्चा को और बल मिला कि मांझी अब नीतीश से पार पाना चाहते हैं।
तबादले वापस लिए जाने को नीतीश की जीत के तौर देखा जाएगा क्योंकि इससे यह धारणा मजबूत होगी कि अभी भी बिहार में उनकी इजाजत के बिना पत्ता भी नहीं हिल सकता। सूत्रों का कहना है कि लालू और शरद यादव के समझाने के बाद मांझी, नीतीश को चिढ़ाने वाले कदम उठाने से परहेज कर सकते हैं। हालांकि, बिहार का मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद जिस तरह से उन्होंने नीतीश के साये से मुक्त होने की कोशिश की है उसे देखते हुए यह इतना आसान नहीं लग रहा है।