अमेरिका ने दाऊद के भाई पर बैन लगाया
नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की भारत यात्रा से पहले अमेरिका ने दो भारतीयों पर बैन लगा दिया है। इसमें सबसे अहम नाम अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के भाई का है । शुक्रवार को अमेरिका ने एक पाकिस्तान बेस्ड पेपर कंपनी पर भी यह कहकर बैन लगाया कि उसका ताल्लुक डी कंपनी से है।
दाऊद के भाई शेख अनीस इब्राहिम कास्कर और अजीज मूसा बिलाखिया पर ये बैन बराक ओबामा के भारत दौरे के 10 दिन पहले लगया गया है। बताया जाता है कि अनीस डी कंपनी के ड्रग तस्करी, अवैध वसूली, काॅन्ट्रैक्ट किलिंग और मनी लाॅन्ड्रिंग जैसे धंधे संभालता है। अनीस का नाम 1993 के मुंबई ब्लास्ट से भी जुड़ा हुआ है।
अमेरिकी ट्रेजरी डिपार्टमेंट ने पाकिस्तान स्थित मेहरान पेपर मिल पर भी निशाना साधा है। कथित तौर पर इसका काम भी इब्राहिम ही देखता है। बिलाखिया सीधे अनीस और दाऊद के लिए काम करता है और उगाही, ब्याज वसूली जैसे धंधे देखता है। बिलाखिया भी 1993 के मुंबई ब्लास्ट के वक्त से डी कंपनी से जुड़ा हुआ है। अमेरिका की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि भारत भी बिलाखिया की तलाश कर रहा है।
गौरतलब है कि 30 सितंबर को भारत और अमेरिकी ने एक संयुक्त बयान में आपसी तालमेल से पाकिस्तान में रहकर साउथ एशिया में अपना क्रिमिनल नेटवर्क चला रहे दाऊद इब्राहिम की गतिविधियों पर लगाम कसने की बात कही थी। आॅफिस आॅफ फाॅरेन असेट्स कंट्रोल के डायरेक्टर एडम जे शुबिन ने कहा कि ड्रग तस्करी और आतंकवाद फैला रही डी कंपनी अब अमेरिका के निशाने पर है।
उन्होंने यह भी कहा कि डी कंपनी से संचालित हो रहे अपराध पर लगाम कसना और उसका खात्मा करना अमेरिकी की सबसे अहम प्राथमिकता है और अमेरिका लगातार इनके कारनामों का पर्दाफाश करता रहेगा। अमेरिकी विभाग की मानें तो डी कंपनी अंतरराष्ट्रीय क्राइम सिंडिकेट है, जो मूल रूप से भारत, पाकिस्तान और यूएई में आॅपरेट कर रही है।
बता दें कि दाऊद के साथ डी कंपनी के तमाम अन्य सदस्यों के लिए इंटरपोल ने रेड काॅर्नर नोटिस जारी कर रखा है। इसकी मूल वजह 1993 के मुंबई धमाके में इनकी भूमिका है। 2003 में ही अमेरिकी ट्रेजरी डिपार्टमेंट ने दाऊद पर ग्लोबल टेररिस्ट का ठप्पा लगा दिया था।