यूपी सरकार ने राम लला मंदिर से कमाए 300 करोड़ रुपये
उत्तर प्रदेश। मस्जिद को ढहाए जाने के 22 साल बाद आज भी राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद को
लेकर विवाद जारी है, मगर उत्तर प्रदेश सरकार अब तक इससे 300 करोड़ रुपये
कमा चुकी है । सरकार को यह कमाई हुई है साल 1992 में अस्थाई गर्भगृह में
स्थापित की गईं राम लला की मूर्तियों के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं
से।
यह जानकारी मिली है उस आरटीआई के जवाब से, जिसका हवाला देकर बीजेपी नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने सुप्रीम कोर्ट से अपील की है कि वह यूपी सरकार को यह बताने का निर्देश दे कि अब तक इस पैसे से क्या-क्या किया गया है।
स्वामी
ने कहा, 'रोजाना हजारों श्रद्धालु राम लाल के दर्शन और पूजा के लिए यहां
आते हैं लेकिन सरकार उन्हें बुनियादी सुविधाएं तक नहीं दे रही। आरटीआई से
मिली जानकारी बताती है कि अब तक यूपी सरकार ने एंट्री टिकटों से 300 करोड़
रुपये की कमाई की है। यह पैसा कहां गया? इससे क्या किया गया?' बीजेपी
नेता ने सुप्रीम कोर्ट से मांग की कि वह यूपी सरकार को इस पैसे का हिसाब
देने का निर्देश दे। उन्होंने कहा कि 1996 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा
यथास्थिति बनाए रखने का जो आदेश दिया था, उसके तहत भले विवाविद जगह पर
ढांचा नहीं बनाया जा सकता लेकिन वहां आने वाले श्रद्धालुओं की दिक्कतें दूर
करने के लिए निर्माण करने पर कोई रोक नहीं है। चीफ जस्टिस एच.एल. दत्तू
की अगुवाई वाली बेंच ने स्वामी को भरोसा दिलाया कि इस याचिका की सुनवाई
अगस्त 2011 में राम जन्मभूमि समिति और सुन्नी वक्फ बोर्ड द्वारा विवादित
जगह पर इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका के साथ की
जाएगी। यह जानकारी मिली है उस आरटीआई के जवाब से, जिसका हवाला देकर बीजेपी नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने सुप्रीम कोर्ट से अपील की है कि वह यूपी सरकार को यह बताने का निर्देश दे कि अब तक इस पैसे से क्या-क्या किया गया है।