शास्त्री जी जैसा हो राजनेताओं का आचरण - मोहन भागवत
वाराणसी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत ने कहा कि देश के राजनेताओं का आचरण पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री जैसा होना चाहिए। शास्त्री जी ने अपने जीवन से दिखा दिया था कि राजनेताओं को कैसा होना चाहिए। सादगी, ईमानदारी और त्यागपूर्ण जीवन ही खुद के साथ समाज और देश-दुनिया का कल्याण कर सकता है।
संघ प्रमुख ने पूर्व प्रधानमंत्री की कीर्ति को घर-घर पहुंचाने का आह्वान किया।
संघ प्रमुख गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न लालबहादुर शास्त्री के जीवन पर आधारित पुस्तक का लोकार्पण करने रामनगर पहुंचे थे। रामनगर के पंचवटी क्षेत्र में आयोजित एक समारोह में उन्होंने ‘भारत रत्न लालबहादुर शास्त्री’ का लोकार्पण किया। कार्यक्रम का आयोजन भारतीय जनजागरण समिति ने किया। श्री भागवत ने कहा कि शास्त्री जी ने अपने जीवन से राष्ट्र में नवचेतना का जागरण किया। वह प्रधानमंत्री न भी बनते तब भी शायद अपने जीवन से राष्ट्र को प्रेरित करते। सादगी, ईमानदारी और त्याग जैसे गुणों से भरा जीवन जीने वाला ही देश को प्रेरणा दे सकता है। संघ प्रमुख ने कहा कि 18 माह के कार्यकाल में देश की मन:स्थिति को बदलना सबके वश की बात नहीं है। दूसरों को भी अवसर मिल सकता है मगर वैसा ही जीवन आचरण भी हो, यह संभव नहीं है। शास्त्री जी ने देश के सामने अनुकूलता और प्रतिकूलता से परे कर्मयोगी का उदाहरण पेश किया-यही भारत की परंपरा है। असली नेता ऐसा ही होता है। वह सिर्फ भाषण नहीं देता। भागवत ने कहा कि शब्द जब जीवन के पीछे खड़ा होता है तभी परिवर्तन होता है।
प्रधानमंत्री के रूप में शास्त्री जी के कार्यकाल को याद करते हुए संघ प्रमुख ने कहा कि शास्त्री जी के विचार पाकिस्तान और चीन के संबंध में आज भी प्रासंगिक हैं। यह भी कहा कि यदि शास्त्री जी ताशकंद से वापस आए होते तो आज देश का राजनीनितक इतिहास कुछ और होता। पुस्तक की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि हम उन जितने योग्य भले न हों पर उनकी कीर्ति को घर-घर तो पहुंचा ही सकते हैं। यह प्रेरक व्यक्तित्व भारत के भाग्योदय में सहायक होगा। इसके पहले पूर्व प्रधानमंत्री के पुत्र सुनील शास्त्री ने अपने पिता से जुड़े कई संस्मरण सुनाए। उन्होंने रामनगर के पैतृक आवास पर बाबूजी की याद में भव्य स्मारक बनाने की घोषणा की। पुस्तक की संपादक डॉ. नीरजा माधव ने भी विचार व्यक्त किए। भारतीय जनजागरण समिति के अध्यक्ष मनोज श्रीवास्तव ने धन्यवाद ज्ञापन जबकि संचालन डॉ. बेनीमाधव ने किया।
इस मौके पर क्षेत्र प्रचारक शिवनारायण, प्रांतप्रचारक अभय कुमार, सांसद वीरेन्द्र सिंह मस्त, लक्ष्मण आचार्य, डा. विजयसोनकर शास्त्री, वीरेन्द्र जायसवाल, प्रो. श्रद्धानंद, प्रो. कुमुदरंजन, प्रो. कौशलकिशोर मिश्र, कृष्ण मोहन, सौरभ श्रीवास्तव, राजीव शंकर, प्रो. पीएन सिंह, वीके शुक्ला, डा. ओपी सिंह, रामविजय सिंह, रतन सिंह, देवेन्द्र सिंह समेत अनेक लोग मौजूद थे।
(IMNB)