संघ की तपस्या का फल है केंद्र की भाजपा सरकार
मुरादाबाद। भले ही दुनिया भर में मोदी मैजिक का शोर हो। केंद्र में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने के पीछे मोदी का नाम लिया जाता हो पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के लोगों ने इसका श्रेय संघ की तपस्या को दिया है। दस हजार स्वयंसेवकों के समागम में मुख्य वक्ता ने जो संदेश दिया उसका सार यही रहा कि स्वयंसेवक अब पूरी तरह फार्म में आ जाएं।
मुरादाबाद में संघ के विभाग स्तरीय कार्यक्रम की राजनीतिक दलों ने भी समीक्षा की है। खुफिया विभाग की भी निगाहें रहीं। 1925 में डॉ. केशव बालिराम हेडगेवार ने जब इसका बीजरोपण किया था तब से अब तक के सफर को पूर्व सैनिक सेवा परिषद के अखिल भारतीय संगठन मंत्री विजय कुमार ने खूबसूरती से समझाया। उपेक्षा उपहास और विरोध के बाद मिली सफलता के उतार चढ़ाव के बाद उन्होंने स्वयं सेवकों में यह कहकर जोश भरा कि सब आपकी मेहनत का फल है। उन्होंने कहा कि केंद्र में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार यूं ही नहीं बनी। संघ ने नब्बे साल तपस्या की है। अब तो विपक्षी दल भी हिसाब लगा रहे हैं कि आखिर हिंदूवादी सरकार कैसे बन गई। उन्होंने संघ की ताकत का अहसास भी करवाया और चेताया भी, कहा हिंदू डरपोक नहीं बल्कि राष्ट्र के लिए जान न्योछावर करने वाला है। स्वंयसेवकों को रिचार्ज करने के लिहाज से कुछ कहानियां सुनाई जिनका सार था कि स्वंयसेवक परिस्थितयों का सामना डट कर करें। कितनी भी बाधाएं आएं डिगे नहीं।
सफलता का मूल मंत्र
संघ के आयोजन में है। सफलता के मूल मंत्र बताते हुए यह भी कहा गया कि भारत देव भूमि है। हम जियो और जीने दो के आधार पर काम करते हैं। सर्वे भवंति सुखिना हमारा नारा है। सभी धर्मों के लोग ही नहीं पेड़ पौधे, पत्थर और पूरी धरती की रक्षा हमारा धर्म है। गंगा, गीता, गाय को हम माता कहते हैं। हम इसे निभाते आ रहे हैं और निभाएंगे भी।