एस्सार के क्रूज में रुके थे गडकरी, दूसरे नेताओं पर भी हुयीं मेहरबानियां
नई दिल्ली। उद्योगपति रुइया परिवार के एस्सार समूह के कथित इंटरनल कम्युनिकेशंस लीक होने से पता चला है बीजेपी के बड़े नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने करीब डेढ़ साल पहले इस कंपनी के क्रूज में सपरिवार कुछ दिन गुजारे थे।
पूर्व कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल के साथ ही कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और मोतीलाल वोरा, बीजेपी सांसद वरुण गांधी, नौकरशाहों और कुछ पत्रकारों के भी कंपनी से लाभ लेने की बातें सामने आ रही हैं। सेंटर फॉर पब्लिक इंटरेस्ट लिटिगेशन (सीपीआईएल) ने कहा है कि इस मसले पर जल्द ही सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर की जाएगी। प्राप्त जानकारी के अनुसार एस्सार के अधिकारियों के तथाकथित आपसी ईमेल्स और नोट में सरकारी अधिकारियों से मुलाकात के अलावा मंत्रियों, नौकरशाहों और पत्रकारों को फायदा पहुंचाने का जिक्र है। मीडिया द्वारा जब इन रेकॉर्डों को अपने प्रश्नों के साथ एस्सार के प्रवक्ता के पास प्रतिक्रिया के लिए भेजा, तो जवाबी बयान में कहा गया, 'साफ लगता है कि कुछ बातें काल्पनिक हैं और कुछ आरोप अपनी ओर से निकाले गए निष्कर्ष हैं। ये अनुमान हमारे कंप्यूटर से चुराए गए ईमेल्स के आधार पर लगाए गए हैं। हम डेटा की इस चोरी के बारे में पहले ही सक्षम अधिकारी के सामने शिकायत दर्ज कर चुके हैं और आपको पता होगा कि सूचना चुराने वालों के खिलाफ दिल्ली पुलिस कठोर कार्रवाई कर रही है।'
कंपनी के तथाकथित कम्युनिकेशंस के मुताबिक, 'नितिन गडकरी, उनकी पत्नी और दोनों बेटे व बेटी ने एस्सार के लग्जरी क्रूज पर फ्रेंच रिवेरा में 7 से 9 जुलाई, 2013 के दौरान दो दिन और तीन रातें गुजारी थीं। सभी लोग सागर में स्थित सनरेज क्रूज तक एयरपोर्ट से हेलिकॉप्टर के जरिए पहुंचे थे और इसी के जरिए वापस आए थे। हालांकि, गडकरी उस समय न तो मंत्री थे और न ही बीजेपी अध्यक्ष। एस्सार के एक अधिकारी ने क्रूज पर भेजे मेसेज में कहा था कि वे लोग महत्वपूर्ण हैं और उन्हें कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।'
(IMNB)