मोदी से बड़ी रैली की तैयारी कर यूपी में आगाज़ को बेताब औवेसी
आगरा। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अपने प्रदर्शन से हलचल मचाने के बाद मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एमआइएम) अब उप्र में धमाकेदार आगाज की तैयारी कर रही है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद असदउद्दीन औवेसी इलाहाबाद और आगरा में रैलियों से मिशन उत्तर प्रदेश की शुरुआत करेंगे। आगरा में मोदी की ऐतिहासिक रैली से भी ज्यादा भीड़ जुटाने की तैयारी है।
इसी कारण उसी कोठी मीना बाजार मैदान को चुना गया है जहां मोदी की रैली हुई थी।
महाराष्ट्र चुनाव में भाजपा ने तो विरोधी दलों को बड़ी पटखनी दी ही है, लेकिन एमआइएम ने भी उनके वोट बैंक में बड़ी सेंध लगाई। 24 सीटों पर प्रत्याशी उतारने वाली एमआइएम को दो सीटों पर जीत मिली, जबकि तीन सीटों पर प्रत्याशी बहुत नजदीकी अंतर से हारे। वहीं नौ सीटों पर पार्टी के उम्मीदवार तीसरे स्थान पर रहे थे। माना जा रहा है कि औवेसी की पार्टी ने कांग्रेस और एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) के मुस्लिम वोट बैंक में सेंध लगाई।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक अब पार्टी उप्र में इससे भी बड़ा सियासी दखल करना चाहती है। इसी रणनीति के तहत पार्टी मुखिया असदउद्दीन औवेसी की दो जनसभाएं तय की गई हैं। 15 मार्च को इलाहाबाद में और 29 मार्च को आगरा में जनसभा होगी।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक पार्टी का ज्यादा जोर आगरा की रैली पर है। इस रैली में अधिक से अधिक भीड़ जुटाने को कहा गया है। बीते लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने कोठी मीना बाजार मैदान पर सभा की थी और उसमें रिकॉर्ड भीड़ जुटी थी। पार्टी का मानना है कि यदि औवेसी की जनसभा में अच्छी भीड़ जुटती है तो इससे उनको बहुत बड़ा फायदा होगा।
एमआइएम के आगरा संयोजक मोहम्मद इदरीश अली के मुताबिक पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में पूरी ताकत से चुनाव लड़ेगी। जनसभाएं इसी अभियान की शुरुआत हैं। इसके साथ संगठन विस्तार का काम तेजी से चलेगा। मोदी से बड़ी रैली के सवाल पर इदरीश अली कहते हैं कि किसी से तुलना नहीं, बस इतना सोचिए हमने वही मैदान क्यों चुना, जिस पर उन्होंने रैली की थी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक प्रदेश में संगठन विस्तार की रूपरेखा लगभग तैयार हो चुकी है। करीब 55 जिलों में कमेटियां गठित हो चुकी हैं, वहीं कुछ जिलों में बूथ लेबल तक कमेटी बनाने का काम चल रहा है। शहर में वार्ड स्तर पर और देहात में पंचायत स्तर पर पार्टी का कार्यालय होगा, जहां जनता की समस्याएं सुनी जाएंगी।
निशाने पर 100 सीटें
एमआइएम का पहला निशाना आगरा की तीन विधानसभा सीटों सहित उप्र की 100 सीटों पर है। पार्टी नेताओं के मुताबिक इन सीटों पर मुस्लिम मतदाता निर्णायक स्थिति में हैं। इसके अलावा बड़ी संख्या में ऐसी सीटें हैं, जहां पार्टी बेहतर प्रदर्शन कर सकती है।
(IMNB)