कानपुर - नगर निगम की लापरवाही उजागर, यशोदा नगर में खुले नाले में गिरी मारूती वैन
कानपुर। यशोदा नगर स्थित प्रैग्मा पब्लिक स्कूल के सामने कई वर्षो से नाला खुला है, जहाँ से सैकड़ों स्कूली बच्चे गुजरते हैं एवं चौराहा होने के कारण भीड का आवागमन लगा रहता है जिससे बच्चों व जनसामान्य के गिरने व दुर्घटना का खतरा हमेशा बना रहता है, कल रात एक घटना सामने आयी जिसमें एक मारूती वैन उक्त नाले मेें गिर गई।
बच्चों के अधिकारों के लिए कार्य कर रही चाइल्डलाइन कानपुर द्वारा विगत एक सप्ताह पूर्व नगर निगम, जिलाधिकारी व राज्य बाल अधिकार एवं सरंक्षण आयोग से नाले को ढकने हेतु ठोस व्यवस्था करने की माँग करते हुए शिकायत की गई थी लेकिन इस पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई । यदि शीघ्र ही व्यवस्था नहींं की गई तो वह दिन दूर नहीं जब कोई बडी दुर्घटना प्रकाश में आएगी।
ज्ञात हो कि पिछली समाजवादी पार्टी सरकार में नगर विकास मंत्री आजम खाँ द्वारा नगर निगम के अधिकारियों को जाँच कर नाले की सफाई व नाला ढकने के निर्देश दिए थे पर नगर निगम के विभागीय कर्मचारियों द्वारा वहाँ नाप जोख कर खानापूर्ति कर दी गयी थी और वर्षो से यह नाला काल की तरह मुँह खोले दुर्घटना का इंतजार कर रहा है लेकिन नगर निगम के अधिकारियों द्वारा अभी तक कोई भी ठोस कार्यवाही नहीं की गई। जिससे बच्चों के गिरने का खतरा हमेशा बना रहता है और नाला खुले होने के कारण संक्रमण से गम्भीर बीमारियाँ फैलने का खतरा बना हुआ है और गंदगी से स्कूल में बदबू फैली रहती है जिससे इन सब समस्याओं को लेकर बच्चों का पढना मुश्किल है।
चाइल्डलाइन के समन्वयक विनय कुमार ओझा ने बताया कि खुले नाले व अधूरे निर्माण के चलते जिले में कई जगहोंं पर दर्जनों मासूम बच्चों को उसमें गिरकर अपनी जान गँवानी पडी और नगर में इस तरह की कई घटनाएँ प्रकाश में आती रहती है जिसमें विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के कारण अधिकतर बच्चे ही शिकार होते है।
साथ ही उन्होंने बताया कि विभागीय कर्मचारियों की लापरवाही से कानपुर महानगर में इस तरह की न जाने कितने ही हादसे होते रहते हैं। जिसमें अधिकतर शिकार बच्चे ही होते है। नित नई घटनाएं होती रहती हैं लेकिन कभी भी दोषी जनों के खिलाफ कार्यवाही नहीं की जाती है। खुले रखे ट्रांसफार्मर एवं खुले नाले एवं रास्ते में टूटे हुए वायर एवं तार मौत को दावत देते नजर आते हैं। जिससे प्रशासन का उदासीन रवैया दृष्टिगत होता है।
चाइल्डलाइन कानपुर के निदेशक कमल कान्त तिवारी ने बताया कि मारूती वैन के गिरने की घटना से किसी के हतायत होने की सूचना नहीं है लेकिन एक बडी घटना प्रकाश में आ सकती थी ।
साथ ही उन्होंने बताया कि यदि प्रशासन अभी भी नही चेता तो किसी भी दिन किसी मासूम को अपनी जान से हाथ धोना पड़ेगा।