शहीद भगत सिंह के गांव खटकर कलां पहुंच रो पड़े अन्ना
जालंधर। शहीदी दिवस के मौके पर अन्ना हजारे ने शहीद-ए-आजम भगत सिंह के पैतृक गांव खटकड़ कलां गांव पहुंचकर शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। अन्ना ने यहां भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को याद किया और उनके स्मारक पर पुष्प अर्पित किये। इस दौरान शहीदों को याद कर अन्ना भावुक हो गए और अपने आंसू नहीं रोक पाए।
वहां मौजूद लोग भी यह देख भावुक हो उठे।
भूमि अधिग्रहण बिल के खिलाफ मार्च को हरि झंडी
शहीदी दिवस पर शहीद भगत सिंह के पैतृक गांव पहुंचे समाजसेवी अन्ना हजारे ने लोगों को पंजाब को नशामुक्त बनाने का प्रण लेने को कहा। शहीद-ए-आजम को श्रद्धा-सुमन अर्पित करने के बाद अन्ना ने खटकड़कलां से दिल्ली के लिए भूमि अधिग्रहण बिल के खिलाफ निकाले जा रहे रोष मार्च को झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने शहीद-ए-आजम की प्रतिमा के सामने से रोष मार्च की अगुवाई की। इसके बाद अमृतसर रवाना हो गए।
केंद्र सरकार पर गरजे अन्ना
अन्ना हजारे ने राजनीति को लेकर कहा, 'मुझे पवित्र स्थान पर गंदी बात नहीं करनी। हालांकि वह केंद्र सरकार द्वारा उसे चुनाव पूर्व किए गए वादों की याद दिलाना नहीं भूले। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने वादे पूरे नहीं किए। चुनाव में भाजपा ने वादा किया था कि 100 दिन के अंदर काला धन विदेशों से वापस लाया जाएगा। हर गरीब के खाते में15 लाख रुपये जमा करवाने की बात की गई थी, लेकिन जमा नहीं हो सके। अब मोदी काले धन पर कुछ नहीं बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने जनता व लोगों को गुमराह किया है। अब भूमि अधिग्र्रहण बिल लाकर किसानों को गुमराह करने की कोशिश की जा रही है।
पंजाब को नशामुक्त बनाने का प्रण
अन्ना हजारे ने पंजाब के बारे में कहा कि पंजाब में नशा है। सभी जानते हैं कि नशे को लेकर पंजाब की जवानी का क्या हाल हो रहा है। पूरे सूबे में सिर्फ नशे का बोलबाला है। मैं प्रण लेता हूं कि पंजाब से नशे का सफाया किया जाएगा।
जान से मारने की मिली थी धमकी
इससे पहले जान से मारने की धमकी मिलने के बावजूद गांधीवादी समाजसेवी अन्ना हजारे भूमि अधिग्रहण बिल के विरोध में अपनी मुहिम जारी रखेंगे। अन्ना हजारे ने कहा कि देश में कृषि आयोग का गठन होना चाहिए जिसकी सिफारिश पर ही किसानों की भूमि अधिग्रहण हो।
वह खुद भी भूमि अधिग्रहण बिल के खिलाफ अप्रैल से जेल भरो अंदोलन शुरू करेंगे। यहां एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए अन्ना ने कहा, 'मुझे कनाडा से भेजे गए पत्र में जान से मारने की धमकी मिली है। यह पत्र पुलिस को सौंपे जाने पर महाराष्ट्र सरकार ने मुझे सुरक्षा दी है, लेकिन मुझे सुरक्षा नहीं चाहिए। मैं इसके विरोध में चार पत्र भी लिख चुका हूं।'
अन्ना ने कहा कि पत्र में लिखा गया है कि जैसे नाथू राम गोडसे ने महात्मा गांधी को मौत की नींद सुलाया था, उसी तरह उनके साथ भी किया जाएगा।
सोनिया कर रहीं राजनीति
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा भूमि अधिग्रहण बिल के विरोध का समर्थन करने की घोषणा को अन्ना ने राजनीति बताया। उन्होंने कहा कि आंदोलन शुरू करने से पहले उन्होंने देश के 25 राजनीतिक दलों को पत्र लिखकर बिल का विरोध करने को कहा था।
अन्ना ने केजरीवाल पर साधा निशाना
आम आदमी पार्टी में मचे घमासान पर अन्ना हजारे ने कहा कि सत्ता में आते ही बुद्धि पलट जाती है। अन्ना यहां एक कार्यक्रम में भाग लेने आए थे। केजरीवाल पर निशाना साधते हुए अन्ना ने कहा कि घोषणाएं करना आसान है, लेकिन बजट कितना है, खर्च कितना है और पैसा कहां से आएगा, यह सोचना भी जरूरी है।
(IMNB)