यूपी सरकार की गलती से वाराणसी को बड़ा नुकसान
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का
चुनाव क्षेत्र वाराणसी एक बार फिर यूनेस्को की समृद्ध विरासत वाले शहरों की
लिस्ट में शामिल होने से चूक गया है। संस्कृति मंत्रालय के अधिकारियों के
मुताबिक, वाराणसी उन शहरों की लिस्ट में भी शामिल नहीं हो सका है, जिन्हें
इस साल यूनेस्को के हेरिटेज शहरों के लिए नॉमिनेट किया जा सकता है। मंत्रालय
के एक सीनियर अधिकारी ने बताया, 'हम एक साल में सिर्फ एक शहर की सिफारिश
कर सकते हैं। इस संभावित लिस्ट में पहले से 40 शहर हैं। वाराणसी इनमें नहीं
है।
यूपी सरकार की तरफ से भेजे गए दस्तावेज में शहर के कई पहलुओं के बारे
में विस्तार से जानकारी नहीं दी गई।' अधिकारी ने कहा कि एक्सपर्ट कमिटी
लिस्ट फाइनल करने के लिए नॉमिनेट किए गए शहरों से जुड़े दस्तावेजों की
स्टडी करती है, जिसके बाद देश को नॉमिनेशन भेजने को कहा जाता है। सूत्रों
के मुताबिक, देश से एकमात्र शहर नई दिल्ली इस साल फाइनल स्टेज में जगह
बनाने में कामयाब रही है। संयुक्त राष्ट्र का संगठन यूनेस्को अगले कुछ
दिनों में इस साल के लिए नॉमिनेट किए गए हेरिटेज शहरों पर अपनी सिफारिशों
का ऐलान कर सकता है। यूपी सरकार के अधिकारियों का कहना है कि वे इस
मामले को देख रहे हैं। इस मामले में राज्य सरकार को भेजी गई ईमेल का कोई
जवाब नहीं मिला, जबकि आजम खान की अगुवाई वाले राज्य शहरी विकास मंत्रालय के
एक अधिकारी ने बताया कि वाराणसी की धरोहर के संरक्षण का काम पर्यटन,
संस्कृति, आवास और शहरी विकास जैसे मंत्रालयों के जरिये हो रहा है, लिहाजा
इस बात को लेकर असमंजस पैदा हो गया कि केंद्र सरकार को सौंपे जाने वाले
दस्तावेज का काम कौन सा मंत्रालय देख रहा था। बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी
में कल्चरल ज्यॉग्रफी ऐंड हेरिटेज स्टडीज के प्रोफेसर राणा पी बी सिंह ने
बताया, 'अगर पूरा शहर नहीं, तो कम से कम वाराणसी का पुराना शहर और नदी के
किनारे के घाट यूनेस्को की कल्चरल हेरिटेज शर्तों को पूरा करते हैं। कम से
कम गंगा के किनारे 6.8 किलोमीटर में फैले 80 घाटों को वर्ल्ड हेरिटेज साइट
में शामिल करने की कोशिश होनी चाहिए।' सिंह वाराणसी की धरोहर के संरक्षण की
योजना से जुड़ी सेंट्रल कमिटी के मेंबर भी हैं। हाल में भारत ने
यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट की लिस्ट के लिए 46 मशहूर साइट्स की
रिवाइज्ड लिस्ट सौंपी थी। इस लिस्ट में वाराणसी से जुड़ी बौद्ध साइट सारनाथ
का ही जिक्र है, जबकि यह शहर 20 से भी ज्यादा हेरिटेज साइट्स के लिए जाना
जाता है। हेरिटेज एक्सपर्ट्स का कहना है कि वाराणसी को हेरिटेज शहरों की
लिस्ट में शामिल करने की कोशिश 1993 से जारी है।
(IMNB)