पूर्व MLA रामबीर शौकीन के प्लॉट से मिली AK-47
नई दिल्ली । दिल्ली में मुंडका विधानसभा
क्षेत्र से विधायक रह चुके कांग्रेस नेता रामबीर शौकीन के बवाना स्थित
प्लॉट से अत्याधुनिक हथियार AK-47 और एसएलआर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने
बरामद किए हैं। स्पेशल सेल को यह जानकारी एनसीआर के कुख्यात डॉन नीरज
बवाना के कबूलनामे से मिली है। शौकीन, नीरज का मामा है। भांजे के खुलासे से
मामा स्पेशल सेल के राडार पर आ चुका है।
ये वही हथियार हैं, जो पिछले
साल 15 दिसंबर को कुख्यात अमित उर्फ भूरा को नीरज बवाना गिरोह ने पुलिस
हिरासत से छुड़ाने के दौरान पुलिस से लूट लिए थे। इसके बाद चार राज्यों की
पुलिस ने अमित उर्फ भूरा पर 12 लाख का इनाम घोषित किया था। भूरा को इसी
हफ्ते पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार किया और दो दिन बाद एक लाख के इनामी नीरज
बवाना को स्पेशल सेल ने गिरफ्तार कर लिया। स्पेशल सेल के स्पेशल पुलिस
कमिश्नर एस एन श्रीवास्तव ने बताया कि इस मामले में पूर्व विधायक रामबीर
शौकीन का नाम पहले से सामने आ रहा था। अब लूटे गए हथियारों की बरामदगी से
शौकीन के खिलाफ पुख्ता सबूत मिलने शुरू हो गए हैं। हथियार जमीन में गाड़े
गए थे। स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव यादव ने बताया कि शौकीन की तलाश में
स्पेशल सेल लगातार दबिश दे रही है। उनके मुताबिक, अमित उर्फ भूरा की फरारी
की योजना पूर्व विधायक के ऑफिस में ही बनी थी और उसका भांजा घटना में शामिल
था। मुजफ्फरनगर के सरनवाली गांव निवासी अमित उर्फ भूरा 15 दिसम्बर को
बागपत में पेशी के दौरान अपने साथियों के साथ उत्तराखंड के पुलिसकर्मियों
से एके 47 और एसएलआर लूट कर फरार हो गया था। नीरज बवाना को तीन दिन पहले
स्पेशल सेल ने गिरफ्तार कर लिया था। उसके पास से एक अत्याधुनिक अमेरिकी
ऑटोमैटिक हथियार बरामद हुआ था। फिरौती किंग कहे जाने वाला नीरज बवाना
हत्या, किडनैपिंग और जबरन उगाही सहित 100 से अधिक मामलों में वॉन्टेड था।
नीरज को दिल्ली पुलिस कई साल से तलाश रही थी। पुलिस ने उस पर मकोका लगा रखा
था।एक लाख रुपये के इनामी नीरज ने 2004 में पहला कत्ल तब किया था, जब
वह नाबालिग था। नीरज ने ही अमित भूरा को भरी अदालत में न सिर्फ गोलियां
चलाकर भगाया था बल्कि पुलिस की एके-47 भी लूटी थी। 2013 में जमानत पर जेल
से बाहर आने के बाद से नीरज फरार था। जमानत पर बाहर आने के बाद उसने न
सिर्फ गंभीर आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया बल्कि दिल्ली के एक पूर्व विधायक
जसवंत राणा से 50 लाख की रंगदारी भी मांगी। नीरज के आतंक का अंदाजा इसी से
लगाया जा सकता है कि दिल्ली के कई कांग्रेसी विधायकों ने तत्कालीन
मुख्यमंत्री शीला दीक्षित से सुरक्षा की गुहार लगाई थी। नीरज के लगातार
बढ़ रहे आतंक को देखते हुए हाल ही में उसके खिलाफ मकोका जैसी कड़ी धाराएं
लगानी पड़ीं। खुद पुलिस मानती है कि नीरज की गिरफ्तारी उसके लिए बड़ी
चुनौती बन गई थी। पुलिस के मुताबिक नीरज बवाना की गिरफ्तारी के बाद अब
दिल्ली पुलिस पंजाब में इसी हफ्ते गिरफ्तार किए गए अमित भूरा को भी रिमांड
में लेकर पूछताछ करेगी। यही नहीं नीरज के मामा और पूर्व विधायक रामबीर
शौकीन से भी इस मामले में पूछताछ होगी। नीरज बवाना की मां, भाई को भी हाल
ही में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा से कारतूस रखने के आरोप में
गिरफ्तार किया गया था। पुलिस के मुताबिक नीरज अपने मामा रामबीर शौकीन का
संरक्षक था। नीरज की गिरफ्तारी और अब लूटे गए हथियारों की बरामदगी को
स्पेशल सेल बड़ी कामयाबी मान रही है।
रामबीर शौकीन 2013 में दिल्ली में
हुए विधानसभा चुनाव में निर्दलीय जीते थे। इसके बाद उन्होंने आम आदमी
पार्टी की सरकार को बाहर से समर्थन दिया था। 2015 में हुए विधानसभा चुनाव
से ठीक पहले शौकीन अपनी पार्षद पत्नी रीता शौकीन और समर्थकों के साथ
कांग्रेस में शामिल हो गए थे। कांग्रेस ने रीता शौकीन को टिकट दिया था,
लेकिन वह चुनाव हार गईं।
(IMNB)