नेपाल व उत्तर भारत में भूकंप के तेज झटके, भारत में 12 व नेपाल में 100 की मौत की खबर
नई दिल्ली/काठमांडू 25 अप्रैल 2015. पड़ोसी देश नेपाल में आए भूकम्प का असर आज भारत के उत्तर पूर्वी हिस्सों में भी देखा गया और दिल्ली, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश तथा बिहार सहित कई राज्यों में इसके जोरदार झटके महसूस किये। कुछ इलाकों से जानमाल के नुकसान की भी खबरें हैं। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में दो, श्रावस्ती में एक और कानपुर में भी दो लोगों के तथा बिहार के सीतामढी में तीन और दरभंगा में भूकंप के कारण दो लोगों के मरने की खबर आ रही हैं।
हालांकि यह अभी शुरुआती खबरें हैं और इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हो पायी है।
अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण विभाग के मुताबिक नेपाल में भूकम्प के चार और भारत में दो झटके महसूस किये गए। नेपाल में भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.9 मापी गयी। हालांकि भारतीय मौसम विभाग ने भूकंप की तीव्रता 7.5 बतायी है। सर्वेक्षण
विभाग के अनुसार भूकंप का केंद्र नेपाल के लामजुंग से 29 किलोमीटर उत्तर पूर्व में 28.13 उत्तरी अक्षांश और 84.64 पूर्वी देशांतर पर जमीन के नीचे तकरीबन 3 किलोमीटर की गहराई में स्थित था।
नेपाल में भूकंप से मकानों और बुनियादी ढांचे को बहुत नुकसान पहुंचा है। यहां दो लोगों के मारे जाने की भी खबर है।
देश में भूकंप का पहला झटका पूर्वाह्न 11:41 बजे आया और दूसरा झटका इसके लगभग 35 मिनट बाद 12:15 बजे महसूस किया गया। दूसरे झटके की तीव्रता 6.6 मापी गयी। भूकंप की खबर मिलते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और सिक्किम के मुख्यमंत्रियों से फोन पर बातचीत कर भूकंप से हुए नुकसान के बारे में जानकारी ली। उन्होंने नेपाल के राष्ट्रपति रामबरन यादव से भी बातचीत की। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से भूटान में भारतीय दूतावास से बातचीत कर भूकंप के बारे में जानकारी ली गयी।
भूकंप के मद्देनजर केन्द्र सरकार ने राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ) को हाई अलर्ट पर रखा है। बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, राजस्थान और पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों में भूकंप के झटके महसूस किये गये। ये झटके लगभग 30 सेकंड तक जारी रहे। भूकंप के कारण दिल्ली मेट्रो सेवा कुछ समय के लिए बाधित रहने के बाद फिर से बहाल हो गयी जबकि कोलकाता में सुरंग में दरार आ जाने के कारण मेट्रो सेवा अब भी बाधित है।
भूकंप के कारण लोग अपने-अपने घरों और कार्यालयों से बाहर निकल आये। मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं। कई जगह बिजली के तार टूट गये हैं और विद्युत आपूर्ति बाधित हो गयी है।
(IMNB)