क्या कहती है केजरीवाल और नारायण मूर्ति की मुलाकात ?
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) दिल्ली में सरकार बनने के बाद से लगातार नकारात्मक कारणों से चर्चा में है। प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव प्रकरण से निपटने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हाथ-पैर मार रहे हैं कि पार्टी को 'अच्छे कारणों' की वजह से चर्चा में लाएं। चर्चा है कि केजरीवाल भारत में आईटी इंडस्ट्री का सबसे बड़ा चेहरा माने जाने वाले इंफोसिस के संस्थापक एन. आर. नारायण मूर्ति को पार्टी से जोड़ना चाहते हैं।
इंफोसिस के पूर्व डायरेक्टर वी. बालाकृष्णन 'आप' से जुड़ने के बाद पिछले साल लोकसभा चुनाव में बेंगलुरु से चुनाव भी लड़ चुके हैं। ऐसा लगता है कि केजरीवाल, मूर्ति को पार्टी के साथ जोड़कर कई क्षेत्रों में उनके अनुभव का फायदा उठाना चाहते हैं। इन चर्चाओं को मूर्ति की मंगलवार को केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से मुलाकात की वजह से भी बल मिला है। हालांकि, 'आप' के विधायक आदर्श शास्त्री ने कहा कि इस मुलाकात का राजनीतिक निहितार्थ नहीं है, यह महज शिष्टाचार की भेंट थी। दिल्ली सरकार के आधिकारिक बयान में कहा गया है कि तीनों लोगों ने सामाजिक महत्व के कई मुद्दों पर चर्चा की।
नारायण मूर्ति ने ईटी को ईमेल से जानकारी दी कि वह केजरीवाल और उनके सहयोगियों को अक्षय पात्र के बारे में बताने गए थे। अक्षय पात्र एक एनजीओ है, जो सरकारी स्कूलों में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के मुताबिक मिड डे मील स्कीम लागू करवाने के लिए काम करता है। मूर्ति और उनकी पत्नी सुधा मूर्ति ने इस संगठन को खड़ा करने में मदद की है। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि अक्षय पात्र के बारे में क्या बात हुई। उपमुख्यमंत्री सिसोदिया के पास शिक्षा विभाग भी है और वह सरकारी स्कूलों में मिड-डे मील की क्वॉलिटी सुधारने को लेकर गंभीर होने की बात कहते रहे हैं।
सिसोदिया और मूर्ति मुलाकात को लेकर ज्यादा कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं है। अक्षय पात्र के प्रवक्ता ने कहा, 'केजरीवाल बेंगलुरु में पिछले महीने हमारे ऑफिस आए थे और हम दिल्ली सरकार के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं। हमारी योजना 2020 तक 50 लाख बच्चों को स्कीम में शामिल करने की है। इसलिए हम ज्यादा शहरों में विस्तार को लेकर उत्साहित हैं। लेकिन, केजरीवाल के ऑफिस आने और मूर्ति की मुलाकात के बाद भी अभी तक कुछ ठोस नहीं निकला है।' प्रवक्ता ने बताया कि मूर्ति अक्षय पात्र के साथ बतौर सलाहकार जुड़े हुए हैं और इंफोसिस फाउंडेशन हमारा सबसे बड़ा दानदाता है, जिसकी सुधा मूर्ति चेयरपर्सन हैं।
(IMNB)