चीन का असली चेहरा आया सामने, आतंकी सलाहुद्दीन पर बैन का किया विरोध
नई दिल्ली 22 मई 2015. चीन ने हिजबुल मुजाहिद्दीन प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंध लगवाने की भारत की कोशिशों पर पानी फेर दिया है। माना जा रहा है कि चीन ने धमकी दी है कि अगर भारत हिजबुल प्रमुख को प्रतिबंधित सूची में डलवाने की कोशिश करेगा, तो वह इस मामले में तकनीकी पेच डाल देगा।
उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र का स्थायी सदस्य होने के नाते चीन के पास वीटो की शक्ति है और पूर्व में भी वह इसका इस्तेमाल कर भारत द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ उठाए गए कदमों के लिए मुश्किलें खड़ी कर चुका है।
इस मामले पर टिप्पणी करते हुए ब्रिटेन के अखबार ने लिखा है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हाल ही में चीन यात्रा के बावजूद लगता है दोनों देशों के नेताओं की इस मिलन सारिता को संयुक्त राष्ट्र में सकारात्मक रूप में बदलने में वक्त लगेगा। सूत्रों के अनुसार सलाहुद्दीन को प्रतिबंधित लोगों की सूची में डलवाने से पहले, भारत संयुक्त राष्ट्र के सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के 15 सदस्यों की मदद हासिल करने में लगा है। यूएनएससी के प्रस्ताव 1267 के मुताबिक, सलाहुद्दीन की यात्रा पर प्रतिबंध और उसकी संपत्तियों पर रोक के लिए इन सदस्यों की मंजूरी मिलना जरूरी है।