पूर्ति ग्रुप पर कैग की रिपोर्ट मामले में हंगामे के चलते राज्य सभा स्थगित
नई दिल्ली 11 मई 2015. पूर्ति ग्रुप में वित्तीय अनियमित्ताओं को लेकर उठे बवाल को शांत करने के मकसद से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को दोनों सदनों को संबोधित किया। राज्यसभा में गडकरी ने कहा कि पूर्ति ग्रुप में कोई गड़बड़ नहीं है। गडकरी के संबोधन के दौरान कांग्रेसी सांसद उनसे इस्तीफा मांगते रहे। इससे हुए हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
सीएजी की रिपोर्ट में नितिन गडकरी की हिस्सेदारी वाले पूर्ति ग्रुप में वित्तीय अनियमित्ताएं पाई गई हैं। शुक्रवार को भी इस रिपोर्ट के सिलसिले में राज्यसभा की कार्यवाही बाधित हुई थी।
गुड्स ऐंड सर्विसेस टैक्स (GST) बिल को अटकाने के लिए कांग्रेस कई रणनीतियों पर काम कर रही है। पिछले हफ्ते लोकसभा में पास हुए इस बिल पर राज्यसभा में चर्चा होनी है। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस ने इसके लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को घेरने की रणनीति बनाई हुई है। सोमवार को भी विपक्षी सांसद एकजुट होकर गडकरी को हटाए जाने की मांग कर रहे थे।
जीएसटी बिल को पास होने के लिए दो तिहाई बहुमत चाहिए। इसके लिए सरकार को विपक्षी सांसदों का भी समर्थन चाहिए। फिलहाल, इसे कई विपक्षी दलों का समर्थन प्राप्त है, जिनमें से कुछ की राज्यों में सरकारें भी हैं। इन पार्टियों में तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बीजू जनता दल और बहुजन समाज पार्टी भी शामिल हैं।
बिल का विरोध केवल एआईएडीएमके कर रही है। मौजूदा सत्र के सिर्फ तीन दिन बचे हैं और कांग्रेस के लिए इस बिल को अटकाने का एक ही तरीका है कि सदन की कार्यवाई स्थगित की जाए।
(IMNB)