पूरब की ओर देखने का नहीं, पूरब पर काम का समय - मोदी
नई दिल्ली 18 मई 2015. तीन देशों की यात्रा के आखिरी दौर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को दक्षिण कोरिया पहुंचे और यहां उनका आधिकारिक स्वागत किया गया. स्वागत के बाद मोदी ने कोरियाई राष्ट्रपति राष्ट्रपति पार्क ग्युन हाय से मुलाकात की. इससे पहले प्रधानमंत्री ने सियोल में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया.
उन्होंने अपने संबोधन में रबींद्रनाथ टैगोर को याद करते हुए कहा कि वे कोरिया को 'लैंप ऑफ ईस्ट' कहते थे. उन्होंने कहा कि कोरिया की तरह भारत में भी टेक्नोलॉजी की क्रांति आएगी.
प्रधानमंत्री ने कहा, 'पिछले 15 सालों में दुनिया के स्वर बदले हैं. 21वीं सदी में भारत सूर्योदय का देश है. पिछले एक साल में दुनिया के सिर्फ स्वर ही नहीं बदले, बल्कि नजरिया भी बदल गया. अब दुनिया को लगने लगा है कि I (इंडिया) के बिना BRICS संभव नहीं है. पिछले दो-तीन महीनों में दुनिया की सभी फोरमों में चर्चा हुई कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है.'
दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में पीएम मोदी यहां की राष्ट्रपति पार्क ग्युन हाय के साथ द्विपक्षीय बातचीत करेंगे. इस दौरान दोनों देशों के बीच कई समझौतों पर मुहर लगेगी. 19 मई को पीएम दक्षिण कोरिया से चलेंगे और भारत लौटेंगे.
(IMNB)